असामाजिक तत्वों के पूजापंडाल पर पथराव करने से छह लोग घायल
: पथराव से नाराज़ पूजा समिति के सदस्यों ने आगजनी करते किया सड़क जाम और बंद करायीं दुकानें
श्रीनारद मीडिया‚ सीवान (बिहार)
सीवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के लकड़ी दरगाह के गड़हा मोड़ स्थित पूजापंडाल पर कुछ असामजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। जिससे एक मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं एक महिला सहित 6 युवक घायल हो गए। जिसमें लकड़ी दरगाह के नथुनी साह का पुत्र लक्षमण साह, बनारसी साह का पुत्र सतेंद्र साह, जितेंद्र महतो का पुत्र चंदन कुमार, गोपाल साह का पुत्र विकेश कुमार सहित अन्य घायल है। सभी घायलों को बड़हरिया पीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
जहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सीवान सदर अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल नथुनी साह के पुत्र लक्षमण साह की हालत चिंता जनक देखते हुए गोरखपुर रेफर कर दिया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। शनिवार को लगभग दोपहर घटना की सूचना पाकर एसडीओ रामबाबु बैठा, एसडीपीओ जितेंद्र पांडेय, इंस्पेक्टर उमेश कुमार, सीओ अनिल श्रीवास्तव, थाना अध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर, एएसआई राजकुमार कश्यप ने घटना स्थल पर पहूंचकर दोनों पक्षों के साथ शांति समिति की बैठक की।
बैठक के दौरान एसडीपीओ जितेंद्र पांडेय और एसडीओ रामबाबु बैठा ने कहा कि इस घटना में संलिप्त सभी के खिलाफ शख्त करवाई की जाएगी। उन्होंने की समाज का अधिकांश लोग शांति और सौहार्द का पक्षधर होते है। मुठी भर असामाजिक तत्व इस तरह का घटना का अंजाम देते हैं। ऐसे में घटना में संलिप्त के अलावा अन्य किसी का नाम एफआईआर में नहीं दिया जाय। जहां पूर्व मुखिया संजय प्रसाद, पूजा समिति के अध्यक्ष संतोष चौहान, बाबुद्दीन अहमद, कन्हिया प्रसाद, बाल्मीकि प्रसाद, डॉ नसीम सैफी, मुन्ना पटेल नन्दकिशोर साह, उमेश प्रसाद, बनारसी साह, हैदर कुरैसी, मुमताज कुरैसी सहित दोनों पक्षो के लोग मौजूद थे। बैठक के बाद आपसी सहमति से आज ही मूर्ति विसर्जन का निर्णय लिया गया।
घटना शुक्रवार की लगभग साढ़े ग्यारह बजे रात की है।
घटना के संबंध बताया जाता है कि पूजा पंडाल में गांव और पड़ोसी गांव की महिलाएं पूजा पाठ कर रही थीं, तभी पड़ोस के कुरैशी मुहल्ले के आधा दर्जन असामजिक तत्वों ने पूजा पंडाल के पास आकर पूजा कर रही महिलाओं के साथ धक्का मुक्की करना शुरू कर दिया। जिस घटना को लेकर पूजा समिति के लोग आक्रोशित हो गए। आक्रोशित लोगों ने एक असामाजिक तत्वों को घटना स्थल पर पकड़ लिया और पिटाई कर छोड़ दिया। इसी क्रम में भागते हुए असामजिक तत्वों ने पूजा पंडाल को तोड़ दिया। जिससे एक मूर्ति टूट गयी। उसके बाद असामजिक तत्वों अपने आवास कुरैशी मुहल्ला पहुंचकर ईट पत्थर चलाने लगे।
साथ ही हड्डियां और अवर्जित पदार्थ भी फेंकने लगे। जो घटना स्थल पर अभी मौजूद हैं। पथराव और मूर्ति तोड़े जाने की घटना से नाराज पूजा समिति के सदस्यों सहित अन्य ग्रामीणों ने लकड़ी थावे मुख्यमार्ग को आगजनी करते हुए जाम कर दिया। साथ ही बाजार की तमाम दुकानें बंद कर दी गई। पूजा समिति के सदस्य ने इस घटना के लिए दोषी पुलिस प्रशासन ठहराते हुए कहा कि यदि पुलिस घटना स्थल पर मौजूद रहती तो असामाजिक तत्वों को पथराव करने की हिम्मत नहीं होती। पूजा समिति के अध्यक्ष सन्तोष चौहान ने बताया कि पूजा स्थल पर एएसआई मो फारूक अंसारी सहित अन्य पुलिस कर्मी तैनात थे।
लेकिन दस बजते ही पूजा स्थल से निकल गए। उसके बाद असामजिक तत्वों को बल मिल गया। पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि अगर तैनात पुलिस पदाधिकारी अगर समय से पूजा पंडाल पर तैनात रहते तो शायद ऐसी घटना नहीं घटती। इस घटना की सूचना तुरन्त थाना अध्यक्ष को दी गई तो उन्होंने छापेमारी की बात कहते हुए अन्य पुलिस पदाधिकारी को भेजने की बात कही। लगभग एक बजे रात से त्रिलोकाहाता चौकी इंचार्ज शिवशंकर प्रसाद व एएसआई शैलेन्द्र कुमार राय दलबल के साथ घटना स्थल पर पहूंचकर मामले की जायजा लिया लेकिन वह भी आधे घण्टा के बाद घटना स्थल से चले गए।
बताया जाता है कि आज ही मूर्तियों का विसर्जन होने वाला था। लेकिन पथराव के घटना के बाद नाराज पूजा समिति के अध्यक्ष संतोष चौहान सहित तमाम सदस्यों ने कहा कि उपद्रवी तत्वों को जब तक गिरफ्तारी नहीं होता है तबतक मूर्तियों का विसर्जन नहीं होगा। समिति के सदस्यों का कहना है कि हमलोग हमेशा प्रशासन को इस मामले को लेकर आगाह करते रहे है कि उपद्रव फैलाने वालों व इस घटना का साजिश रचने वालों के खिलाफ पुलिस को पैनी नजर रहनी चाहिए।
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