Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे छह शिक्षकों पर गिरी गाज, निगरानी विभाग पटना ने दर्ज कराई FIR - श्रीनारद मीडिया

फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे छह शिक्षकों पर गिरी गाज, निगरानी विभाग पटना ने दर्ज कराई FIR

फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे छह शिक्षकों पर गिरी गाज, निगरानी विभाग पटना ने दर्ज कराई FIR

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क:

मोतिहारी में नौकरी पाने के लिए फर्जी प्रमाणपत्र लगाना बंजरिया प्रखंड के छह शिक्षकों को भारी पड़ गया है। उनकी नौकरी तो गई ही, अब जेल भी जाना पड़ेगा। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना द्वारा शिक्षक नियोजन में फर्जी नियोजित शिक्षकों की चल रही जांच के दौरान इन शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच कराई गई। उसमें इनके मूल मध्यमा के प्रमाण पत्र ही जाली निकले।निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा इन शिक्षकों पर बंजरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

 

इनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय गौरिया में पदस्थापित दो शिक्षक सुरेश कुमार और विभा कुमारी, उ.म.वि. चिन्ताहा में पदस्थापित रूबी कुमारी, उ.म.वि. अजगरी में पदस्थापित शिक्षक प्रियरंजन दूबे, उ.म.वि. बंजरिया में पदस्थापित विभा कुमारी और उ.म.वि. गोखुला में पदस्थापित शिक्षिका सावित्री यादव शामिल हैं।जानकारी के मुताबिक, बंजरिया प्रखंड क्षेत्र के अलग-अलग स्कूलों में पदस्थापित इन शिक्षकों पर बंजरिया थाने में निगरानी विभाग ने 22 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। बंजरिया पुलिस इस मामले की जांच और आगे की कार्रवाई करेगी।

 

इन फर्जी शिक्षकों की नौकरी जाने के साथ जेल जाने का खतरा बना हुआ है।बताया जा रहा है कि उपरोक्त शिक्षकों ने नियोजन के दौरान मैट्रिक के समकक्षीय मध्यमा का प्रमाण पत्र नियोजन के दौरान लगाया था। इधर, हाईकोर्ट के आदेश पर बिहार सरकार द्वारा फर्जी नियोजन की जांच लंबे समय से चल रही है। अभी तक जिले से बारह से ज्यादा लोगों को फर्जी प्रमाण पत्र पर शिक्षक की नौकरी करते हुए पकड़ा जा चुका है। इधर, निगरानी विभाग की कार्रवाई का यह सबसे ताजा मामला है।

 

जब एक ही प्रखंड के छह शिक्षकों को फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करते पकड़ा गया है।इन शिक्षकों के मध्यमा के प्रमाण पत्रों को बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड ने ट्रेस लेस बताया है और फर्जी करार दिया है। निगरानी की इस नवीनतम कार्रवाई से शिक्षक बने ऐसे शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। पकड़े गए इन शिक्षकों के बाद निगरानी अपनी जद में अन्य फर्जी प्रमाण पत्रों पर बहाल शिक्षकों की पहचान कर रही है।

यह भी पढ़े

लूटपाट में शामिल तीन अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

कुख्यात साइबर अपराधी प्रदीप मंडल समेत पांच दोषियों को 5-5 साल की सजा

विधानसभा घेराव करने गए युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, कई घायल

बिहार में पेपर लीक पर 10 साल की सजा, 1 करोड़ का जुर्माना: एंटी-पेपर लीक विधेयक विधानसभा से पास

हवन,पूजनादि के साथ अखंड अष्टयाम का हुआ समापन

जमुई में हनी ट्रैप में फंसाकर बदमाशों ने दो युवकों का किया अपहरण

Leave a Reply

error: Content is protected !!