बिहार में मुंगेर से पिस्टल व मैगजीन ला रहा तस्कर बेगूसराय में पकड़ा गया
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में बेगूसराय पिछले दिनों सिरियल फायरिंग कांड के बाद हाई अलर्ट जोन बन गया है. यह जिला इन दिनों हथियार तस्करों का सेफ जोन और सुगम यातायात का रास्ता बन गया है. यहां बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम को लगातार बड़ी सफलता मिल रही है. गुरुवार को भी एसटीएफ की टीम ने एक हथियार तस्कर को बड़ी मात्रा में हथियार के साथ गिरफ्तार किया है.
बस में छापेमारी, हथियारों संग तस्कर धराया
गिरफ्तार तस्कर वैशाली जिले के हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र स्थित सुबाही डीह गांव निवासी दिनेश राय का पुत्र दीपक कुमार है. एसटीएफ को सूचना मिली थी कि दीपक कुमार हथियार लेकर बेगूसराय के रास्ते जा रहा है. सूचना मिलते ही एसटीएफ के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप-वन की टीम एक्टिव हुई और प्राप्त इनपुट के आधार पर बेगूसराय बस स्टैंड के समीप एक यात्री बस में छापेमारी की. इस दौरान दीपक कुमार को 7.65 एमएम की तीन पिस्टल व छह मैगजीन के साथ गिरफ्तार किया गया है.
नेटवर्क को खंगालने में जुटी पुलिस
गिरफ्तार दीपक के पास से एसटीएफ की टीम ने एक मोबाइल भी बरामद किया है. गिरफ्तार तस्कर से पुलिस के वरीय पदाधिकारी पूछताछ कर तस्करी के नेटवर्क को खंगालने में जुटे हुए हैं. हालांकि, वह कहां से हथियार लेकर कहां पहुंचाने जा रहा था, इसका खुलासा नहीं हुआ है.
एसटीएफ ने इनपुट मिलने पर की छापेमारी
बता दें कि एसटीएफ को यह इनपुट मिला था कि अंतर जिला हथियार तस्कर मुंगेर से हथियार लेकर यात्री बस के माध्यम से हाजीपुर की ओर जा रहा है और इसी इनपुट के आधार पर टीम ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया है.
हथियार तस्करों का गढ़ बनता जा रहा बेगूसराय
चर्चा है कि दीपक मुंगेर से हथियार लेकर बराबर बेगूसराय के रास्ते हाजीपुर सहित विभिन्न जगहों पर जाकर अपने गिरोह के सदस्यों को उपलब्ध कराता है. जहां से कि इन हथियारों की बिक्री अपराधियों के पास की जाती है. ज्ञात हो कि हाल के दिनों में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीम को बेगूसराय में कई हथियार तस्करों का खुलासा करने में सफलता मिली है. जिसमें पिस्टल से लेकर कार्बाइन तक पकड़े जा चुके हैं.
दो बदमाश गिरफ्तार, लूट का सामान बरामद
भागलपुर में सबौर थाना क्षेत्र के बड़ी धनकर बगीचे में विगत 26 सितंबर की रात अपराधियों ने गोलाघाट निवासी टोटो चालक की चाकू से गोद कर निर्मम हत्या कर दी थी. उक्त मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना प्रतिवेदित होने के 48 घंटे के भीतर इसका उद्भेदन कर दिया है.
दो बदमाश गिरफ्तार
मामले में पुलिस ने हत्या में सम्मिलित दो अपराधियों सहित हत्या के बाद अपराधियों को पनाह देने और लूटे गये सामानों को छिपाने वाले एक अपराधी के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने मामले में हत्या में प्रयुक्त एक चाकू और मृतक का मोबाइल फोन भी बरामद किया है. सबौर पुलिस को मिली इस सफलता के लिये थानाध्यक्ष सहित टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया गया. पुलिस को मिली इस सफलता की जानकारी सिटी एसपी ने अपने कार्यालय में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर दी. इसमें उद्भेदन टीम का नेतृत्व कर रहे डीएसपी विधि व्यवस्था डॉ गौरव कुमार भी शामिल थे.
CCTV फुटेज से हाथ लगा था अहम सुराग
सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि टोटो चालक देव कुमार सिंह के हत्या के मामले में उसकी पत्नी राधा देवी के लिखित आवेदन पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध डकैती के दौरान हत्या की धारा में केस दर्ज किया गया था. कांड की जांच और उद्भेदन के लिए डीएसपी विधि व्यवस्था के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने जांच करते हुए सबसे पहले स्टेशन चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला गया. इसमें दो लोगों को टोटो पर बैठते हुए देखा गया. उनमें से एक के पैर पर पट्टी बंधी थी.
इस तरह पकड़ में आया बदमाश
उसके बाद टोटो जिन रास्तों से धनकर पहुंची वहां के सीसीटीवी कैमरों के ट्रेल का पीछा कर पुलिस के पास धनकर के समीप एक जिम के पास रात करीब पौने 12 बजे टोटो को 15 मिनट तक वहां खड़ा पाया गया. वहीं एक बाइक के आने के बाद टोटो को बगीचे के रास्ते ले जाया जाने लगा. जहां उसकी हत्या कर दी गयी. उक्त मामले में पुलिस ने सबसे पहले सबौर के बंसीटीकर के रहने वाले शत्रुघन पासवान को गिरफ्तार किया. उसके घर से पुलिस ने मृतक का मोबाइल बरामद किया गया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने छोटी सरधो के रहने वाले आशीष कुमार को गिरफ्तार किया, उसके घर से घटना में प्रयुक्त पीला मुट्ठा वाला चाकू भी बरामद किया.
गिरफ्तार बदमाशों ने अपने गुनाह को कबूला
आशीष और शत्रुघन ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में घटना में सम्मलित खैरी शाहकुंड निवासी संतोष कुमार, छोटी सरधो निवासी मिथुन कुमार और बड़का दा का नाम लिया. साथ में यह भी बताया कि घटना के बाद वे लोग संतोष के पिता विजय मंडल के पास गये और रात भर वहीं छिपे रहे. वहीं उन्होंने लूटे गये सामान को रख दिया. इसके बाद अगले ही विजय मंडल ने लूटी गयी टोटो को मुंगेर ले जाकर बेच दिया.
सिटी एसपी ने लूटपाट के दौरान निर्मम हत्या किये जाने की बात को स्थापित करते हुए बताया कि अपराधियों के मुताबिक उन लोगों की योजना केवल लूटपाट की थी. पर घटना के दौरान मृतक ने संतोष की बाइक का नंबर देख लिया था. इसके बाद संतोष के कहने पर सभी ने अपने पास रखे चाकू और छूरे से गोद कर बुरी तरह से उसकी हत्या कर दी. घटना के वक्त उन सभी ने नशीले पदार्थ का सेवन किया था. सिटी एसपी ने बताया कि घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों को जल्द ही गिरफ्तार कर लूटी गयी टोटो सहित राशि और जेवर को भी बरामद कर लिया जायेगा.
पुरस्कृत किये जायेंगे विशेष टीम में शामिल कर्मी
सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि कांड के उद्भेदन और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया था. इसमें लोदीपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजेश कुमार झा, सबौर थानाध्यक्ष एसआइ पवन कुमार सिंह, जीरोमाइल थानाध्यक्ष एसआइ कौशल भारती, बाइपास टीओपी प्रभारी एसआइ ओमप्रकाश, सबौर थाना की एसआइ रीना कुमारी सिंह, डीआइयू शाखा के बच्चन कुमार सहित सबौर थाना के रिजर्व पुलिस बल शामिल थे. उक्त सभी लोगों को पुरस्कृत करने की अनुशंसा की जायेगी.