कुवैत में आग लगने की घटना में अब तक 42 भारतीयों की मौत

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

कुवैत की एक बिल्डिंग में लगी आग के कारण अब तक 42 भारतीयों की मौत हो चुकी है। जिसमें भारत के कई राज्यों के लोग शामिल हैं। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह रवाना हुए थे जो अब वहां पहुंच चुके हैं। इस दौरान उन्होंने वहां पीड़ितों से मुलाकात की। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत पहुंचे और जाबेर अस्पताल में भर्ती छह घायल भारतीयों से मिले। कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि वे सभी सुरक्षित हैं।

वहीं, मामले में तमिलनाडु के अल्पसंख्यक कल्याण और अनिवासी तमिल कल्याण मंत्री गिंगी के एस मस्थान ने गुरुवार को यहां विदेश स्थित तमिल संगठनों द्वारा अब तक दी गई जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि ऐसा पता चला है कि कुवैत अग्निकांड में मरने वालों में पांच तमिल शामिल हैं।

मस्थान ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पीड़ित राज्य के तंजावुर, रामनाथपुरम और पेरावुरानी क्षेत्रों के हैं और उनकी पहचान रामा करुप्पन, वीरासामी मरियप्पन, चिन्नादुरई कृष्णमूर्ति, मोहम्मद शेरिफ और रिचर्ड के रूप में हुई है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के निर्देशानुसार शवों को घर लाने और घायलों को आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।दूतावास (कुवैत में) ने कहा है कि पीड़ितों के बारे में आधिकारिक जानकारी राज्य सरकार को दी जाएगी। हम लगातार निगरानी कर रहे हैं।

कुवैत के मंगाफ शहर में बुधवार सुबह एक इमारत में आग लगने की दुखद घटना में 40 भारतीयों सहित 49 विदेशी श्रमिकों की मौत हो गई तथा 50 अन्य घायल हो गए।कुवैत अग्निकांड में लगभग 40 भारतीयों की जान चली गई है। इस दुखद दुर्घटना में केरल के दो और मृतकों की पहचान की गई है। मृतकों की पहचान लुकोस (48) और साजन जॉर्ज (29) के रूप में हुई है, जो केरल के कोल्लम शहर के मूल निवासी थे।

लुकोस 18 साल से कुवैत में एनबीटीसी कंपनी में सुपरवाइजर के तौर पर काम कर रहे थे। वे अपने पीछे पत्नी शाइनी और दो बच्चों लिडिया और लोइस को छोड़ गए हैं। उनके रिश्तेदारों ने बताया कि उन्होंने उनसे कहा था कि वे अगले हफ्ते घर आएंगे। एक अन्य मृतक, साजन जॉर्ज, एम.टेक स्नातक, कोल्लम के पुनालुर का निवासी था। वह एक महीने पहले नौकरी मिलने के बाद कुवैत गया था। वह वहां जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर के रूप में काम करता था।

घायलों का कुवैत के पांच सरकारी अस्पतालों में चल रहा इलाज

वहीं, विदेश मंत्रालय ने बताया कि बुधवार को कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में एक श्रमिक आवास सुविधा में आग लगने की दुखद घटना में लगभग 40 भारतीयों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए। घायलों का कुवैत के पांच सरकारी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इससे पहले, केरल के कोल्लम जिले के सूराणाड गांव के रहने वाले 30 वर्षीय शमीर की पहचान इस त्रासदी में मारे गए लोगों में हुई थी।

अधिकतर लोग केरल और दक्षिण भारत के अन्य भागों से

इस विनाशकारी आग में घायल हुए भारतीयों की सहायता का निरीक्षण करने तथा मारे गए लोगों के पार्थिव शरीरों की स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने के लिए कुवैत रवाना होने से पहले, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि कुछ शव इतने जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। वर्धन ने कहा, “बाकी स्थिति तब स्पष्ट हो जाएगी जब हम वहां पहुंचेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “अधिकतर लोग केरल और दक्षिण भारत के अन्य भागों से हैं तथा उनकी पहचान की प्रक्रिया चल रही है…” कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा, “जब तक हमारी जरूरत होगी हम वहां रहेंगे।”

प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर जताया दुख

प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत शहर में आग दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी संवेदनाएं घटना के पीड़ितों के परिवार और करीबी रिश्तेदारों के साथ हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया और विदेश मंत्री एस जयशंकर से बचाव कार्यों के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

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