शिक्षा से ही समाज का विकास होगा : प्रो. जीतेंद्र वर्मा
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
महामना ज्योतिबा फुले की जयंती समारोहपूर्वक मनाई गयी । समारोह की अध्यक्षता करते हुए वार्ड सदस्य दीपक साह ने कहा कि
ज्योतिबा फुले सही मायने में भारतीय नवजागरण की अग्रदूत थे। इन्होंने अंधविश्वास और कुरीतियों के खिलाफ अभियान चलाया।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय धारा के लेखक प्रो.जीतेंद्र वर्मा ने कहा कि भारत में विद्यालय और अस्पताल खोलकर एक मिसाल कायम की । उनकी पुस्तक गुलामगिरी और किसान का कोडा समाज को सही रास्ता दिखाती है। बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ एक्टू के राज्य सचिव अमित साह ने कहा कि ज्योतिबा फुले ने किसान – मजदूर को समाज से समाज से जोड़ा ।
साहित्यकार राजन कुमार ने कहा कि ज्योतिबा फुले के साहित्य को घर – घर पहुंचना होगा । इस अवसर पर इस आइसा के राज्य सह सचिव प्रिंस पासवान ने कहा कि दलित मुक्ति की लड़ाई ज्योतिबा फुले ने शुरू की इसीलिए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने उन्हें अपना गुरु माना था। शिक्षक प्रशांत यादव ने कहा कि शिक्षक समाज का मार्गदर्शक होता है। ज्योतिबा फुले ने अपनी पत्नी सावित्री बाई फुले को पढ़ा कर भारत की पहली महिला शिक्षिका बनाया । शिक्षक उमेश यादव ने कहा कि महामना ज्योतिबा फुले ने किसानों की पीड़ा को सरकार के सामने रखा ।
कार्यक्रम के संयोजक तथा आइसा के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र साह कहा कि उनका जीवन प्रेरणा से भरा है ।
इस अवसर पर मैट्रिक की परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाले छात्र सुमित कुमार , नितेश कुमार, विक्की कुमार , अंजली कुमारी , सरवरी खातून को वार्ड सदस्य दीपक साह ने सम्मानित किया । अंत में धर्मेन्द्र साह ने धन्यवाद – ज्ञापन किया।
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