कभी बेटा तो कभी बेटी को टिकट देकर लड़वाते है – नीतीश कुमार
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गया जिले में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए लालू यादव का बिना नाम लिए आरजेडी पर हमला बोला। उन्होंने लालू पर कहा कि वे खाली अपने परिवार का काम करते हैं। कभी बेटे तो कभी बेटी को टिकट देकर लड़वाते हैं। नीतीश ने कहा कि नौकरी देकर बदले में पैसा और जमीन ली गई, उसकी जांच हो रही है। हम उनको साथ में रखकर बता दिए कि देखो कितना काम किए। अब कह रह हैं कि वो लोग काम किए हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाराचट्टी में पूर्व सीएम जीतनराम मांझी और इमामगंज में बीजेपी प्रत्याशी सुशील सिंह के समर्थन में शनिवार को चुनावी रैली की। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। देशभर में एनडीए को 400 सीटें मिलेंगी। बिहार में हम सभी 40 सीटों पर जीतेंगे। विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि हम लोग आपके लिए जीवन भर काम करेंगे। कुछ लोग अपने लिए काम करेंगे। इसे कायम रखिएगा तो आगे बढ़िएगा। केंद्र से भी सहयोग मिल रहा है।
15 साल में 8 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी
मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि 2005 से 2020 15 सालों में उन्होंने 8 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी। सात निश्चय योजना 2020 में 10 लाख सरकारी नौकरी, 10 लाख रोजगार की बात हुई थी। चार लाख लोगों को नौकरी और पांच लाख लोगों को रोजगार मिल चुका है। एक लाख का और होने वाला है। तीन लाख का और जल्द हो जाएगा।
सीएम नीतश ने अपने भाषण में एक बार फिर याद दिलाया कि कैसे 2005 से पहले शाम में लोग डर के घर से निकलते नहीं थे। गरीबी के कारण लड़कियां पढ़ नहीं पातीं थीं। उन्हें पोशाक, साइकिल, छात्रवृति दी गई। इससे हालात में सुधार आए हैं। नीतीश ने कहा कि जब उन लोगों (आरजेडी) को साथ रखे तो गड़बड़ करने लगे। तब हम पुरानी जगह (एनडीए) पर आ गए।
बाराचट्टी के सुलेबट्टा मैदान में पंडाल जुटी भीड़ के हिसाब से काफी छोटा था। धूप भी काफी कड़ी थी। ऐसे में पंडाल के बाद लोग किनारे पेड़ की छाव में नजर आए। मंच पर नीतीश कुमार को गुलदस्ता, फूल देने वालों की सुरक्षाकर्मियों से बहस होती रही।