मेरे खिलाफ खूब बोलो, तभी आगे बढ़ोगे–नीतीश कुमार
मेरे खिलाफ खूब बोलें तभी केंद्र के नेता उन्हें आगे बढ़ाएंगे
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
नीतीश कुमार के पाला बदल के आरोप का जवाब बशीर बद्र के शेर से दिया-
कुछ तो मजबूरियां रहीं होंगी,
यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।
कहा कि जब एनडीए के साथ गठबंधन किया तो वो सम्मान था और आज विश्वासघात हो गया? बीजेपी को भी जब सत्ता में आना हुआ तो नीतीश जी के पीछे ही लगे। खुद सत्ता में कभी नहीं आ सके।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में विश्वास मत पर चर्चा के दौरान भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा कि अब भाजपा पहले वाली नहीं रही। अब भाजपा में ऐसे लोग हैं, जो कोई काम नहीं करते, केवल झूठा प्रचार करते हैं।
इन लोगों को केवल झूठ बोलना है। उन्होंने विधानसभा में बैठे भाजपा के विधायकों को कहा कि वे उनके खिलाफ खूब बोलें, तभी भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व उन्हें आगे बढ़ाएगा। नीतीश कुमार ने भाजपा के विधायकों से कहा कि स्थानीय नेताओं से उनकी कोई शिकायत नहीं है।
नीतीश कुमार ने भाजपा विधायकों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि हमको आप लोगों से कुछ शिकायत नहीं है। हम आप लोगों पर कुछ कह रहे हैं। हमसे कहा गया था कि नंद किशोर यादव को अध्यक्ष बनाएंगे, लेकिन नहीं बनाया। 2005 में क्या वोट आया था? 2020 के चुनाव में किसको मेरे खिलाफ खड़ा करवा दिया?
नीतीश कुमार ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था, लेकिन भाजपा ने दबाव देकर बनवाया। उन्होंने बिना नाम लिए अपने पुराने साथी आरसीपी सिंह को लेकर भी हमला किया। तेजस्वी यादव को लेकर कहा- इनके बारे में क्या कहा गया, लेकिन पांच साल बीत गया, अब तो कुछ नहीं है।
नीतीश कुमार ने भाजपा और केंद्र सरकार पर बिहार की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने को कहे, नहीं किया। अब तो आप लोग लग जाइये। हम कितनी बात जाकर कहते रहे। भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल की टोकाटोकी पर कहा कि आपसे कुछ कह रहे हैं, हम तो दिल्ली से कह रहे हैं।
नीतीश कुमार ने कहा कि नल-जल योजना को लेकर कहा गया कि केंद्र की बात मान लीजिए। पैसा देकर चाह रहे थे कि कह दें यह योजना दिल्ली की है, जबकि हमारे यहां यह योजना सबसे पहले शुरू की गई। केंद्र सरकार के चलते यहां सड़क नहीं है। अटल जी की सरकार ने सड़क बनाने का निर्णय लिया।
भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री नितिन नवीन को कहा- बच्चे हो जान लो, अटल जी, आडवाणी जी और मुरली मनोहर जी के समय सड़क का फैसला हुआ था। मेरी बात मानी जाती थी तब। जब देश में पांच इंजीनियरिंग कॉलेज थे, तब हमने बिहार के एनआइटी का प्रस्ताव दिया। बात मानी गई।
नीतीश कुमार ने तारकिशोर को लेकर कहा कि बोलते रहिये। बोलियेगा तो दिल्ली वाले ध्यान देंगे। जब हम भाजपा के साथ गठबंधन में नही थे, तब भी मिलते थे न रोज। जो अंड शंड बोलेगा, उसी को जगह मिलेगी। जगह मिलेगी तो मुझको अच्छा लगेगा।
सीएम के संबोधन के बीच भाजपा का वाकआउट
इस बीच भाजपा के विधायक सदन से बाहर चले गए। नीतीश कुमार ने कहा कि ऊपर से कहा गया होगा, इसलिए भाग रहे हैं। हालांकि, भाजपा विधायक बाद में विश्वास मत पद मतदान के वक्त फिर से अंदर आए, लेकिन एक बार विश्वास मत प्रस्ताव पास होने के बाद भी आसन की ओर से मतदान का फैसला लिए जाने पर भाजपा विधायक फिर से बाहर जाने पर अड़ गए।