? 23 जनवरी ? कुष्ठ निवारण अभियान दिवस पर विशेष
श्रीनारद मीडिया‚ सेंट्रल डेस्कः
हर साल 23 जनवरी के दिन को कुष्ठ निवारण अभियान दिवस के रूप में मनाया जाता है। आइए जानते हैं कैसे हुई इस दिन की शुरुआत-
कुष्ठ रोग यानी कोढ़ एक दीर्घकालिक रोग है, जो कि माइकोबैक्टेरियम लेप्री और माइकोबैक्टेरियम लेप्रोमैटॉसिस जैसे जीवाणुओं की वजह से होता है। कुष्ठ रोग के रोगाणु की खोज 1873 में हन्सेन ने की थी, इसलिए कुष्ठ रोग को ‘हन्सेन रोग’ भी कहा जाता है।
विश्वभर में हर साल 30 जनवरी को ‘अंतरराष्ट्रीय कुष्ठ रोग निवारण दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के प्रयासों की वजह से ही हर वर्ष 30 जनवरी गांधीजी की पुण्यतिथि को कुष्ठ रोग निवारण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसको मनाने का उद्देश्य लोगों में इस रोग के प्रति जागरूकता फैलाना है।
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