रफ्तार का कहर, खड़े ट्रक में घुसी स्कॉर्पियो, एक की मौत, सात घायल.
परीक्षा देकर लौट रहे दो छात्रों की ट्रेन से कटकर मौत
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के सीवान जिले से बड़ा हादसा होने की खबर सामने आ रही है. बसंतपुर स्थित जीबी नगर थाना क्षेत्र के जीन बाबा स्थान के नजदीक गुरुवार की सुबह हाइवे पर खड़े ट्रक में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो घुस गई. टक्कर इतनी तेज थी कि एक धमाके जैसी आवाज आसपास के क्षेत्र में सुनी गई. इसके बाद लोग आवाज की दिशा में दौड़ पड़े. लोगों ने देखा कि स्कॉर्पियो में सवार लोग बुरी तरह जख्मी हैं व वाहन का अगला भाग काफी क्षतिग्रस्त हो गया है.
स्थानीय लोगों ने तत्काल इसकी सूचना जीबी नगर थाने को भी दी. लोगों की मदद से सभी घायलों को सदर अस्पताल भेजा गया. वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने बसंतपुर थाना क्षेत्र के बसांव टोला नगरी निवासी बलिस्टर यादव की बेटी संजू कुमारी (20) को मृत घोषित कर दिया. वहीं घटना में घायल रामस्वरूप राय, मुखदेव राय, उपेन्द्र प्रसाद, श्रीलाल पंडित, लालती देवी, निशा कुमारी व काजल कुमारी का इलाज शुरू किया गया.
घटना के बाद स्कॉर्पियो का अगला भाग बुरी तरह क्षतिग्रस्त
गंभीर रूप से जख्मी रामस्वरूप राय को बाद में पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. जानकारी के अनुसार बसांव टोला नगरी गांव से कई परिवार के लोग किसी डॉक्टर से दिखाने स्कॉर्पियो से गोरखपुर जा रहे थे. मृतका संजू कुमारी को भी डॉक्टर से ही दिखाना था. लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था. घायलों ने बताया कि वाहन जैसे ही कर्णपुरा बाजार से आगे पहुंचा तो सड़क सुनसान होने के कारण वाहन की गति तेज थी.
आगे सड़क पर ही एक ट्रक खड़ी थी, जिसका कुछ भाग ही सड़क से नीचे था. स्कॉर्पियो के चालक ने मामला समझने में देरी कर दी व स्कॉर्पियो ट्रक के पिछले भाग से टकरा गया. सदर अस्पताल में घायलों के पहुंचने पर समाजसेवी श्रीनिवास यादव ने काफी मदद की. बाद में मृतका संजू कुमारी के शव को पोस्टमॉर्टम में भेजा गया.
रात भर सड़क पर ही खड़े किए जाते हैं ट्रक
सैनिवास यादव ने सदर अस्पताल में कहा कि रात भर बालू लदे ट्रक सड़क पर ही खड़ी रहते हैं. अचानक सुबह होते ही ऐसा क्या हो जाता है कि विभिन्न जगहों पर खड़े ट्रक अचानक अपने गंतव्य को रवाना हो जाते हैं. श्रीनिवास यादव ने कहा कि अगर ट्रक हाइवे पर खड़े नहीं रहते तो संभव था कि संजू की जान नहीं जाती. इसके अलावा उन्होंने जिले में हुई कई सड़क दुर्घटनाओं का जिम्मेदार प्रशासन की कार्यशैली को ही बताया. कहा कि परिवहन पदाधिकारी को ही इस पर ध्यान देना चाहिए कि किस परिस्थिति में हाइवे पर वाहनों को खड़ा कर दुर्घटनाओं को निमंत्रण दिया जाता है.
परीक्षा देकर लौट रहे दो छात्रों की ट्रेन से कटकर मौत
पटना में राजेंद्र नगर स्टेशन के पोल संख्या 539/17 के पास ट्रेन से कटने से दो छात्रों की मौत हो गयी है. गुरुवार की सुबह एमटीएस की परीक्षा देकर नालंदा लौट रहे थे. दोनों बीए के छात्र थे और आपस में दोस्त थे. मिली जानकारी के अनुसार बिहारशरीफ में अलग-अलग रहकर पढ़ाई करते थे. मृतकों में अजीत कुमार (21) पुत्र चंद्रदीप थाना सलई जमुई व सुमन कुमार (25) पुत्र संजय गौरव भलुआ थाना हरिहरी शेखपुरा का रहनेवाला था. ट्रेन की चपेट में आने से अजीत का दायां व सुमन का बायां पैर कट गया था. सिर व शरीर में भी गहरे जख्म थे.
स्टेशन मास्टर ने पटरी पर दोनों का शव देख जीआरपी को दी सूचना
दोनों का शव डाउनलाइन पर पड़ा था. दोनों के कब्जे से जीआरपी ने एक मोबाइल बरामद किया है. इयरफोन भी दोनों शवों पास पड़ा था. जेब से मिले परीक्षा के एडमिड कार्ड से दोनों की पहचान हुई. मौत इयरफोन लगाकर पटरी पार करते हुई या फिर असावधानी के कारण ट्रेन से गिरने से दोनों की जान गयी इसके बारे में अभी पता नहीं चल सका है. राजेंद्रनगर जीआरपी थाना प्रभारी विनोद कुमार का कहना है कि दोनों की मौत किन परिस्थितियों में हुई, अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है. मामले की जांच की जा रही है. दोनों छात्रों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है.
दोस्त की जिद पर सुमन भी आया था पटना
बताया गया है कि अजीत नालंदा कॉलेज व सुमन कुमार बिहारशरीफ के एक कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर रहा था. दोनों अलग-अलग किराए के कमरे में रहते थे. 20 जुलाई को अजीत पटना में एमटीएस की परीक्षा देने आ रहा था. जिद करने के बाद सुमन भी उसके साथ पटना चला आया. परीक्षा देने के बाद दोनों संदलपुर में रह रहे अपने दोस्त के कमरे पर रुक गए. गुरुवार की सुबह दोनों ट्रेन पकड़ने की बात कहकर संदलपुर से राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन जा रहे थे. राजेंद्रनगर स्टेशन के पास मौजूद पोल संख्या 539/17 के निकट दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे दोनों की मौत हो गयी.
अजीत का था जन्मदिन, दोस्त ने लगाया स्टेटस: कहां तुम चले गये…
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को ही अजीत का बर्थ-डे था. बर्थ-डे का पोस्ट उसने फेसबुक पर पोस्ट किया था. पोस्ट देख कर उसके दोस्त उसे शुभकामनाएं व बधाई का मैसेज भेज रहे थे. लेकिन इसी दौरान जब मौत की सूचना आयी तो शुभकामना संदेश शोक संदेश में बदल गया. एक दोस्त ने अजीत की तस्वीर लगा शोक प्रकट करते हुए लिखा कि कहां तुम चले गये… नालंदा में उसने बर्थ-डे पार्टी मनाने की तैयारी की थी लेकिन केक काटने से पहले ही मौत ने उसे अपने पास खींच लिया. बताया गया है कि सुमन कुमार मां-बाप का इकलौता बेटा था. उसके पिता संजय गौरव किसान हैं. ट्रेन से कटने पर मौत होने से पल भर में उसके घर का चिराग बुझ गया. वहीं, अजीत कुमार दो भाइयों में सबसे छोटा था. उसे दो बहनें भी हैं. उसके पिता चंद्रदीप भी खेती-किसानी करते हैं.
ये लापरवाही पड़ेगी भारी…
जानबूझ कर लापरवाही करने वाले को अब कौन समझाये. जी हां ये हाल है आर-ब्लॉक रेलवे लाइन का है, जहां पर जल्दबाजी में छात्र-छात्राओं समेत अन्य लोग रुकी हुई ट्रेन के नीचे से पटरी पार करते हैं. लोगों की यह लापरवाही एक दिन भारी पड़ सकती है और साथ ही साथ एक हंसता खेलता परिवार उजाड़ देगी. गुरुवार की सुबह दो छात्रों की ट्रेन से कटकर मौत के बाद जब आर-ब्लॉक रेलवे लाइन पहुंची तो देखा कि स्कूल, कॉलेज के छात्र-छात्राओं के साथ अन्य लोग भी जान हथेली पर लेकर ट्रेन के नीचे से ट्रैक पार कर रहे थे.