सृजन-2022: नवागंतुक सम्मान समारोह का हुआ आयोजन
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के बृहस्पति सभागार में हिंदी विभाग की ओर से सृजन 2022:नवागंतुक सम्मान समारोह का आयोजन बृहस्पतिवार को किया गया।
छात्रों व शोधार्थियों का अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ,इस दौरान सीनियर छात्रों द्वारा नवागंतुक छात्रों को स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया।
इस मौके पर मानविकी व भाषा संकाय के अधिष्ठाता प्रो. प्रसून दत्त सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि पूरे संकाय में मानो बसंत का उत्सव आ गया है। समारोह बड़े अच्छे ढंग से मनाया जा रहा है। हम सभी अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहे। छात्र पूरी ऊर्जा के साथ पढाई करें,शोध करे ताकि वह जो चाहते हैं उन्हें मिल जाए। हम सभी छात्रों के लिए यहां उल्लेखनीय कार्य सदैव करते रहते हैं ताकि उनके उनका जीवन सरस, सुंदर और सफल बने।
हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मैं नवागंतुक छात्रों का स्वागत करता हूं। देव गुरु बृहस्पति के सभागार में आज बृहस्पतिवार को इस तरह का समारोह सृजन 2022 आयोजित है, निश्चित ही आपको बृहस्पति भगवान की देव कृपा प्राप्त होगी, मैं यह कामना करता हूं।
हम एक नई परंपरा का आरंभ कर रहे हैं क्योंकि साहित्य कला की दुनिया है। भारत का समाज उत्सव धर्मी समाज है हम उत्सव के माध्यम से स्वागत करते हैं और नई यात्रा के लिए प्रस्थान करते हैं। जीवन में ज्ञान के अतिरिक्त कई प्रकार की विधा की आवश्यकता होती है, जिसकी पूर्ति इस प्रकार की समारोह करते हैं। हमें एक साथ मिलकर अपनी वैचारिकी को सुदृढ़ करते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
वही अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डाॅ.विमलेश कुमार सिंह सर ने अपने मधुर गीतों से सभी को मन्त्रमुग्ध कर दिया।
जबकि संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ श्याम कुमार झा ने कहा कि हिंदी विभाग द्वारा पिछले कुछ दिनों से आयोजित हो रहे व्याख्यान सारे विश्वविद्यालय के लिए अनुकरणीय है। मैं हिंदी विभाग के सभी छात्रों व शोधार्थियों से यह सुझाव देता म हूं कि वह संस्कृत के शब्दों से दूरी नहीं बनाए बल्कि उसे आत्मसात करें, इससे आपकी हिंदी लेखन क्षमता और समृद्ध होगी। मैं सभी नवागंतुक छात्रों- शोधार्थीयों को अपना आशीर्वाद देता हूं।मंच का संचालन परास्नातक की छात्रा स्नेहा और गोल्डी ने किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ.अंजनी सर ने किशोर कुमार के गीत “शोखियों में घोला जाए थोड़ी सी शराब उसका जो नशा होगा तैयार…… गाकर पूरे समारोह में तालियों की बौछार करा दी।
अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. विमलेश कुमार सिंह सर के गीत
“ये रेशमी जुल्फें यह शरबती आंखें इन्हें देख कर जी रहे हैं सभी…..
सभी छात्रों व शोधार्थियों ने गीतों पर जमकर ठुमके लगाए।सभी ने मिलकर खूब आनंद उठाया और लजीज व्यंजनों का भी लुप्त उठाया। दिनभर चले समारोह में छात्रों व शोधार्थियों के चेहरे पर थकान नाम की चीज नहीं रही और सभी आनंदित नजर आए।