कायाकल्प के अंतर्गत राज्यस्तरीय टीम ने की बनमनखी अस्पताल का अंकेक्षण
बनमनखी अस्पताल में बाहरी मूल्यांकन को लेकर दो सदस्यीय टीम के द्वारा किया गया निरीक्षण: डॉ उमा शंकर
स्वच्छता को अपने जीवन में एक अंग के रूप में महत्वपूर्ण बनाया जाए: डॉ अनिल
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया, (बिहार):
कायाकल्प के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में स्वास्थ्य संस्थानों के दो सदस्यीय टीम द्वारा राज्य स्तरीय अंकेक्षण करने को लेकर पीएमसीएच के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ उमा शंकर सिंह एवं यूनिसेफ़ के राज्य सलाहकार डॉ परवेज़ आज़म द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी का भ्रमण किया। इस अवसर पर ज़िला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार शर्मा, अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रिंस कुमार सुमन, बीएचएम अविनाश कुमार, यूनिसेफ़ के क्षेत्रीय सलाहकार शिवशेखर आनंद, रिसर्च स्कॉलर तनुज सौरभ, जीएनएम नेहा कुमारी, अनामिका कुमारी, रूबी कुमारी, प्रियंका कुमारी, रिकू कुमारी, मोनिका भारती, पूजा ठाकुर, सोमप्रभा, सेनीटरी इंस्पेक्टर अनिमेष कुमार सहित कई अन्य अधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।
बनमनखी अस्पताल में बाहरी मूल्यांकन को लेकर दो सदस्यीय टीम द्वारा किया गया निरीक्षण: डॉ उमा शंकर
पीएमसीएच के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ उमा शंकर सिंह ने बताया कि बताया कि कायाकल्प कार्यक्रम अंतर्गत सहकर्मी मूल्यांकन (पियर एसेसमेंट) में न्यूनतम 70 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों का बाहरी मूल्यांकन (एक्सटर्नल एसेसमेंट) किया जाना है। जिसके लिए दो सदस्यीय टीम के द्वारा जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी का निरीक्षण किया गया है।
कायाकल्प के तहत स्थानीय अस्पताल में साफ़-सफाई, इंफेक्शन कंट्रोल, जीव चिकित्सा अपशिष्ट (बीएमडब्ल्यू), छः तरह से हाथों की नियमित सफ़ाई, मरीज़ों के उपचार के समय हाथों में ग्लब्स पहनने के तौर तरीक़े, कायाकल्प से संबंधित पंजी का संधारण, रक्त एवं आंख जांच सहित कई अन्य तरह की जांच की गई है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं में गुणवत्तापूर्ण सुधार तो हुआ है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ सुधार करने की आवश्यकता हैं। जिसके लिए स्थानीय अधिकारियों एवं कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है।
स्वच्छता को अपने जीवन में एक अंग के रूप में महत्वपूर्ण बनाया जाए: डॉ अनिल
ज़िला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि सार्वजनिक स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता के साथ ही अस्पताल परिसर के आसपास पूरी तरह से साफ-सफाई सुनिश्चित कराने को लेकर बनमनखी अस्पताल का दो सदस्यीय टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया। जिसमें स्वच्छता, साफ-सफाई और संक्रमण नियंत्रण के उच्च मानकों को हासिल करने के लिए अनुमंडलीय अस्पताल के सभी वार्ड, अंदर एवं बाहरी परिसर का बारीकियों के साथ निरीक्षण किया गया है। कायाकल्प का मूल उद्देश्य यह है कि स्वच्छता को अपने जीवन में एक अंग के रूप में महत्वपूर्ण बनाया जाए। जो लोगों को स्वस्थ्य रहने के तौर तरीके से जीने की कला सिखाने के साथ ही अस्पताल में आने वाले मरीज़ों के बीच आपसी तालमेल को परस्पर बढ़ाने का काम करता है। हालांकि स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी एवं अस्पताल प्रबंधन स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं। जिससे अस्पताल में हो रहे गुणवत्तापूर्ण सुधार से मरीजों को भी काफी लाभ मिल रहा है।
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