देश में कोरोना को लेकर सतर्क रहें राज्य-मनसुख मांडविया

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नए XBB.1.16 वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों को सतर्क रहने, टेस्टिंग व जिनोम सिक्वेंसिंग बढ़ाने, अस्पतालों और दवाओं का स्टॉक तैयार रखने का निर्देश दिया है। राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक में आठ और नौ अप्रैल को सभी जिलों में कोरोना की तैयारियों की समीक्षा और 10 और 11 अप्रैल को कोरोना अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का फैसला लिया गया।

10-11 अप्रैल को अस्पतालों में मॉक ड्रिल

केंद्रीय मंत्री मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को मॉक ड्रिल में हिस्सा लेने का आग्रह किया। मनसुख मांडविया ने कहा कि पिछले तीन हफ्ते में कोरोना के मामले में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। दो हफ्ते पहले 17 मार्च तक एक हफ्ते में औसतन प्रतिदिन कोरोना के 571 संक्रमित आ रहे थे, वहीं सात अप्रैल तक एक हफ्ते में औसतन 4188 संक्रमित आ रहे हैं।

लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले

इसी तरह से इस दौरान पोजेटिविटी दर एक फीसद से कम से बढ़कर औसतन 3.02 फीसद तक पहुंच गई है। केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में 10 या इससे अधिक जिलों में पोजेटिविटी दर 10 फीसद से ऊपर पहुंच गई है, जबकि कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश में पांच से अधिक जिले में पोजेटिविटी दर पांच फीसद से ऊपर पहुंच गई है। कोरोना के ताजा संक्रमण के लिए एक्सबीबी.1.16 वैरिएंट को जिम्मेदार बताया जा रहा है।

कोरोना केस में इजाफा

मनसुख मांडविया ने कहा कि फरवरी में आ रहे कुल कोरोना के मामलों में 21.6 फीसद इस वैरिएंट के थे, लेकिन अब कुल मामलों में इस वैरिएंट का प्रतिशत 35.8 फीसद पहुंच गया है, लेकिन सबसे राहत की बात है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बावजूद अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं देखी जा रही है। इसकी वजह भारत में होने वाला सफल टीकाकरण अभियान को माना जा रहा है।

देश में 90 प्रतिशत आबादी को लगे हैं टीके के दोनों डोज

उनके अनुसार, देश में 90 फीसद योग्य आबादी को कोरोना टीका का दोनों डोज लगाया जा चुका है, लेकिन अभी सतर्कता डोज लेने वालों की संख्या काफी कम है। उन्होंने इसे बढ़ाने की जरूरत बताई। मनसुख मांडविया ने राज्यों से कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों और नए वैरिएंट के बावजूद टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट, वैक्सीनेशन और कोरोना उचित व्यवहार का पुराना फार्मूला इसे रोकने में आज भी सबसे मुफीद उपाय है।

राज्यों से टेस्ट सुनिश्चित करने की अपील

उन्होंने राज्यों को सर्दी-जुकाम के सभी मरीजों को कोरोना टेस्ट सुनिश्चित करने और कोरोना संक्रमण के हॉट स्पॉट की पहचान कर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव और अतिरिक्त सचिव भी मौजूद थे।

भारत में COVID उछाल का कारण बन रहा XBB.1.16 ओमिक्रॉन वैरिएंट की प्रभावी प्रजनन संख्या XBB.1 और XBB.1.5 की तुलना में क्रमशः 1.27 और 1.17 फीसदी अधिक है। हालिया में अध्ययन से यह जानकारी सामने आई है।आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही XBB.1.16 ओमिक्रॉन वैरिएंट पूरी दुनिया में फैल जाएगा। अभी यह अध्ययन प्रकाशित नहीं हुआ है।

”दुनियाभर में फैल सकता है XBB.1.16 वैरिएंट”

अध्ययन के अनुसार, SARS-CoV-2 ओमिक्रॉन के XBB सब वेरिएंट XBB.1.16 का मार्च 2023 के अंत में मामले सामने आए। कई देशों में इसके मामले दिखाई दिए। XBB.1.16 की प्रभावी प्रजनन संख्या इसके मूल वैरिएंट XBB.1 और XBB.1.5 से क्रमशः 1.27 और 1.17 फीसदी अधिक पाई गई है। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही XBB.1.16 दुनियाभर में फैल जाएगा।

अध्ययन में मल्टीस्केल जांच से पता चला है कि अपने मूल वैरिएंट्स की तुलना में XBB.1.16 के मानव आबादी में पनपने के आसार अधिक हैं और यह अपने मूल वैरिएंट्स की ही तरह मजबूत इम्यून प्रणाली को भेद सकता है।

मांडविया ने राज्यों को सतर्क रहने की दी हिदायत

देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्यों से सतर्क रहने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की और 10-11 अप्रैल को कोरोना अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का फैसला लिया।

इस बैठक में मांडविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सतर्क और कोविड-19 प्रबंधन के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों को सहयोग की भावना से काम करना जारी रखने की जरूरत है, जैसा कि पिछली बार कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के दौरान किया गया था।इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने XBB.1.16 को निगरानी के अधीन रखे जाने वाले वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है।

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