बिहार के यात्री की चलती ट्रेन में मौत से हड़कंप, एसी कोच किया गया
सेनेटाइज.
पटना में कूड़ा गाड़ी की टक्कर से 12 साल के बच्चे की मौत.
हत्या मामले में मुशहरी के पिता-पुत्र को उम्रकैद.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अवध आसाम एक्सप्रेस के एसी कोच में सवार एक यात्री (28) की मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद मंडल रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। रेल अफसरों ने सूचना के बाद ट्रेन हापुड़ में रोककर शव को उतारा गया। बिहार का यात्री अपने परिवार के साथ ट्रेन में सफर कर रहा था। घटना की गंभीरता को देखते हुए मुरादाबाद में पूरे कोच को सेनिटाइज किया गया।
ट्रेन के कोच में यात्री की मौत की सूचना अवध आसाम एक्सप्रेस (05910) की है। लालगढ़ से तिनसुकिया जा रही ट्रेन के बी -3 कोच यात्री फखरे आलम अपने परिवार के तीन सदस्यों के साथ सवार था। सूरतगढ़ से समस्तीपुर जा रहा परिवार कोच में 25 से 28 नंबर की बर्थ पर सवार थे। रास्ते में फखरे आलम की अचानक तबीयत बिगड़ी और उसने तत्काल दम तोड़ दिया। घटना से कोच में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलने के बाद रेल प्रशासन ने ट्रेन को हापुड़ रोका गया। जहां जीआरपी व आरपीएफ स्टाफ ने शव को परिवार समेत उतार लिया गया। मुरादाबाद में ट्रेन को रोककर कोच से सभी यात्रियों का उतारकर सेनिटाइजेशन कराया गया। इस दौरान डिप्टी एसएस अंबुज सिन्हा, सीआरटी स्टेशन विजयंत शर्मा, सरदार जोगिंदर पाल सिंह, एसएसई कैरिज एंड वैगन अवनीश कुमार, जीआरपी निरीक्षक सुधीर कुमार, आरपीएफ के एसबी यादव समेत चेकिंग व रेल स्टाफ मौजूद रहा।
बिहार की राजधानी पटना में कूड़ा गाड़ी की टक्कर से 12 साल के बच्चे की मौत के बाद गुस्साई भीड़ ने जगह-जगह जाम लगा दिया। लोग अलग-अलग स्थानों पर सड़क की बैरिकेडिंग कर मारे गए बच्चे के परिवारीजनों के लिए मुआवजे की मांग करने लगे। भीड़ ने एक गाड़ी पलट दी। कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ की और सड़क पर टायर जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया।
घटना कंकड़बाग क्षेत्र में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार राजेन्द्र नगर में नगर निगम की गाड़ी ने 12 साल के बच्चे को टक्कर मार दी। बच्चे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। दुर्घटना से गुस्साए लोगों ने बच्चे के परिवारीजनों के साथ सड़क जाम कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस बीच भीड़ ने धनु सेतु पुल, राजेंद्र नगर पुल, मलाही पकरी, कंकड़बाग पद संख्या-दो, राजेन्द्र नगर स्टेशन, दिनकर गोलंबर समिति मोड़ सहित कई स्थानों पर सड़क पर जाम लगा दिया। लोगों ने सड़क पर बैरिकेडिंग कर मुआवजे की मांग शुरू कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के परिवारीजनों को समझा-बुझाकर किसी तरह शांत कराया। स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है।
हत्या मामले में सुनवाई पूरी करते हुए शुक्रवार को एडीजे 15 रचना श्रीवास्तव ने दोषी पिता-पुत्र को उम्रकैद व साढ़े बीस बीस हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनायी। सजा पाने वालों में मुशहरी थाना क्षेत्र के मुशहरी निवासी 70 वर्षीय कांति महतो व उनके 45 वर्षीय पुत्र भिखाड़ी महतो शामिल हैं। बिरादरी से बहिष्कार कर दिए जाने पर दोनों ने मिलकर नौ मार्च 2013 को स्थानीय राधे महतो व उनके पुत्र लक्ष्मण महतो को पीटपीट कर अधमरा कर दिया था। इलाज के दौरान एसकेएमसीएच में राधे महतो की मौत हो गई थी।
यह जानकारी देते हुए एपीपी डॉ. संगीता शाही ने बताया कि राधे महतो के पुत्र रामानंद महतो के बयान पर नौ मार्च 2013 को मुशहरी थाने में कांति महतो, भिखाड़ी महतो व दो अन्य पर एफआईआर करायी गई। घटना का कारण बताया कि भिखाड़ी महतो ने अपने छोटे भाई की पत्नी से शादी कर ली थी। राधे महतो व अन्य ग्रामीणों ने शादी का विरोध किया। ग्रामीणों के कहने पर गांव के मांजन राधे महतो ने दोनों को बिरादरी से बहिष्कृत करते हुए भोज काट दिया था। इसी के खुन्नस में दोनों ने नौ मार्च 2013 की शाम में मुशहरी हाट पर राधे महतो से गाली-गलौज व विवाद किया।
ग्रामीणों के हस्तक्षेप पर विवाद थमा। इसके बाद रात में राधे महतो पुत्र लक्ष्मण के साथ घर लौट रहे थे। इस दौरान मौका पाकर रास्ते में दोनों पिता पुत्र ने दो अन्य ग्रामीण के साथ मिलकर राधे व लक्ष्मण के साथ मारपीट की। इस दौरान दोनों को लहू-लुहान कर दिया। पीएचसी के बाद दोनों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया। स्थिति बिगड़ने पर राधे की मौत हो गई।