पश्चिम बंगाल में शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी, वाहनों में आग लगाई
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पश्चिम बंगाल के हुगली में रविवार को दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। रिशरा इलाके में शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी हुई। इसके बाद वाहनों में आग लगा दी गई। पुलिस मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि महिलाओं और बच्चों पर पत्थर फेंके गए। हावड़ा में हिंसा के बाद भी राज्य सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया।
हावड़ा के शिबपुर में अब माहौल शांत
पश्चिम बंगाल के हावड़ा और उत्तरी दिनाजपुर जिले में गुरुवार को शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प हुई थी। शुक्रवार को एक बार फिर शिबपुर में पत्थरबाजी की घटना सामने आई। इस मामले में पुलिस ने 38 लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि दो मामले दर्ज किए गए हैं।
हावड़ा के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हालात अब सामान्य हैं, और लोगों को इस मामले में परेशान होने की जरूरत नहीं है। कुछ इलाकों में धारा 144 लागू की गई है और पुलिस इन इलाकों में गश्त लगा रही है।वहीं, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कोर्ट से मामले की NIA जांच कराने की मांग की थी।
ममता बोलीं- जुलूस का मार्ग कैसे बदला?
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन घटनाओं के लिए सीधे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया था। ममता ने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा, ‘वे सांप्रदायिक दंगों के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाते रहे हैं। उनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका, लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है। हावड़ा में ऐसा करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?’
ममता ने कहा- ‘उन्होंने मार्ग क्यों बदल दिया? विशेष रूप से एक समुदाय को टारगेट करने और हमला करने के लिए अनधिकृत मार्ग क्यों चुना? भाजपा ने हमेशा हावड़ा, पार्क सर्कस और इस्लामपुर को निशाने पर रखा है।’
ममता बनर्जी पिछले दो दिनों से केंद्र सरकार के खिलाफ कोलकाता में प्रदर्शन कर रही थीं। कल हावड़ा में हिंसा के बीच उनका धरना खत्म हो गया।
चार दिन पहले भी हुई थी हिंसा
बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र में चार दिन पहले भी हिंसा की घटनाएं हुई थीं। हालांकि बीते तीन दिनों से माहौल शांत है। इन राज्यों के हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिसबल तैनात किया गया है। बंगाल-बिहार के कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई। बंगाल के हावड़ा में जांच CID के हवाले है, लेकिन NIA जांच की मांग की जा रही है। यहां 30 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और 2 केस दर्ज किए गए हैं।
तीनों राज्यों में 80 से ज्यादा लोग हिरासत में
रामनवमी के मौके पर कई राज्यों में हिंसा और आगजनी की खबरें सामने आई थीं। बंगाल-बिहार और महाराष्ट्र में शुक्रवार को भी हिंसा हुई। तीन राज्यों में अब तक 80 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें गुजरात में 24, महाराष्ट्र में 20 और बंगाल में 36 लोग शामिल हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल के राज्यपाल से घटना की जानकारी ली है।
महाराष्ट्र: छत्रपति संभाजीनगर में 10 गिरफ्तार
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में बुधवार-गुरुवार रात और फिर शुक्रवार को हुई हिंसा के मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि करीब 21 लोग हिरासत में हैं।
रात दो गुटों के बीच झड़प हुई, जिसमें लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव किया और उनके वाहनों में आग लगा दी। हमले में 10 पुलिसकर्मी समेत 12 लोग घायल हो गए। हिंसा रात 11.30 बजे शुरू हुई और तड़के 3.30 बजे तक जारी रही। शुक्रवार को एक बार फिर किराडपुर से लगे इलाके में पत्थरबाजी की गई। संभाजीनगर के सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि यहां झड़प शराबियों के दो गुटों में हुई। इन्होंने ही पत्थरबाजी की।
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