पराली जलाने वालों पर अब सेटेलाइट से रखी जा रही है पैनी नजर
* पूरे प्रदेश में सीवान दूसरा सबसे ज्यादा प्रदूषित जिला,प्रशासन हुआ सख्त
* आकाश से लगातार की जा रही है निगरानी
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):
सीवान के राज्य के सबसे ज्यादा प्रदूषित जिलों मे दूसरे स्थान पर आ जाने से प्रशासन का रवैया सख्त हो गया है।जिला प्रशासनसे लेकर प्रखंड प्रशासन काफी सख्त नजर आ रहा है।
भले धान की पराली जलाने वाले किसान स्थानीय प्रशासन से बच जायें, लेकिन अब सैटेलाइट की पैनी नजर से बचना मुमकिन नहीं है। धान की कटाई शुरू होते ही कृषि विभाग अलर्ट हो गया है। जिला प्रशासन जिले के हर कोने की निगरानी में जुटा हुआ है।
इसी कड़ी में सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड कार्यालय के सभागार में प्रखंड कृषि पदाधिकारी कृष्ण कुमार मांझी की अध्यक्षता में कृषि समंवयकों और किसान सलाहकारों की बैठक हुई। बैठक में सभी कृषि समंवयकों और किसान सलाहकारों को अपनी-अपनी पंचायतों में लगातार निगरानी कर ऐसे किसानों को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया,जो पराली जलाने में संलिप्त हैं।
उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम ने जिला मुख्यालय को पराली जलने के चित्र और लोकेशन भेजने शुरू कर दिए हैं। धान की पराली जलने की घटनाओं पर अंतरिक्ष में मौजूद सैटेलाइट से नजर तो रखी ही जा रही है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से न केवल पर्यावरण प्रदूषित होता है,बल्कि इससे मिट्टी की उर्वरा क्षमता भी खत्म हो जाती है।
उन्होंने बताया कि पराली जलाने वाले किसानों को कृषि योजनाओं का किसी प्रकार का लाभ नहीं दिया जायेगा। उन्हें किसान कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित कर दिया जायेगा। इतना ही नहीं, पराली जलाकर पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का भी प्रावधान है।
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