फाइलेरिया और एल्बेंडाजोल की दवा खाने से मवि जोगपुर व भामोपाली की छात्राएं हुईं बीमार
फाइलेरियारोधी दवा सेवन से शरीर में मौजूद माइक्रोफाइलेरिया नष्ट होने से आता है चक्कर और बुखार : सिविल सर्जन
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):
सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड के मध्य विद्यालय जोगापुर और मध्य विद्यालय भामोपाली की करीब आधा दर्जन छात्राएं फाइलेरिया और एल्बेंडाजोल की दवा खाने के बाद बीमार हो गयीं। बताया जाता है कि ये छात्राएं दवा खाकर जब घर पहुंची तो उन्हें चक्कर आने लगा और वे बेहोश हो गयीं। जिससे अभिभावकों में अफरातफरी मची गयी।
बीमार बच्चियों में मध्य विद्यालय जोगापुर की छबी कुमारी, रागिनी कुमारी, रिया कुमारी, अंजली कुमारी, नंदनी कुमारी, कृति कुमारी आदि के एल्बेंडाजोल खाकर बीमार होने की बात सामने आयी है। वहीं मध्य विद्यालय भामोपाली की छात्रा चांदनी कुमारी भी एल्बेंडाजोल की दवा खाकर बीमार हुई है।
अधिकांश छात्राएं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़हरिया में इलाज कराकर जा चुकी हैं,जबकि छबी कुमारी, रागिनी कुमारी और चांदनी कुमारी का इलाज चल रहा है। सूचना मिलते ही बीइओ राजीव कुमार पांडेय ने अस्पताल पहुंचकर बच्चियों का हाल-चाल जाना है और अभिभावकों को आश्वस्त किया कि वे हमेशा बच्चों के साथ खड़े हैं।दोनों स्कूलों के प्रधानाध्यापक जयप्रकाश गुप्ता, शर्फुद्दीन हवारी, राघव प्रसाद, श्यामदेव प्रसाद यादव आदि हॉस्पिटल में मौजूद रहे।
क्या कहते है सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार भट्ट ने कहा कि फाइलेरियारोधी दवा सेवन से शरीर में मौजूद माइक्रोफाइलेरिया नष्ट होता है। आमतौर पर फाइलेरिया रोधी दवा खाने के बाद किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं होता है। लेकिन, वैैसे लोग जिनके अंदर फाइलेरिया के जीवित परजीवी होते हैं, दवा खाने के बाद कुछ प्रतिक्रियाएं जैसे बुखार, सिरदर्द, चक्कर आदि देखा जाता है। दवा सेवन के बाद फाइलेरिया परजीवियों के मरने के कारण ये प्रतिक्रिया होती है। इसे एडवर्स ड्रग रिएक्शन या एडीआर कहा जाता है। इससे घबराने की जरुरत नहीं है, ना ही किसी के बहकावे में आने की आवश्यकता है।
यह भी पढ़े
महाराजा अग्रसेन सीनियर पब्लिक स्कूल के 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों का विदाई समारोह आयोजित
भारतीय किसान यूनियन टिकैत चलाएगी नशा मुक्त किसान अभियान :निसार मेहंदी