अचानक बढ़ने लगे कोरोना के मामले,सरकार ने किया सतर्क.

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33 दिनों बाद फिर से 10 हजार से ज्यादा मामले आने शुरू.

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेक्स

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को टेस्टिंग बढ़ाने, अस्पताल की तैयारियों को मजबूत करने, कोरोना टीकाकरण अभियान की गति और कवरेज बढ़ाने और संक्रमण के प्रसार का मुकाबला करने के लिए पाबंदियों को सख्ती से लागू करने को सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा है। इन आठ राज्यों में अचानक तेजी से मामले बढ़ने लगे हैं। पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और झारखंड को घरेलू यात्रा में वृद्धि और विवाह, उत्सव समारोह जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 29 दिसंबर को लिखे पत्र में कहा कि लगभग 49 दिनों बाद देश में एक दिन में 13 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। ओमिक्रोन के मामले बढ़कर 961 हो गए। भूषण ने कहा कि यह देखा गया है कि कुछ राज्यों में मामलों और मामलों के दोगुने होने का समय कम हुआ है। दिल्ली ने पिछले दो हफ्तों में मामलों में अचानक  वृद्धि दर्ज की गई है।

पत्र में आगे कहा गया है कि इस स्थिति को सक्रिय रूप से और तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि न तो वायरस आगे बढ़े और न ही हम मामलों की देर से पहचान के कारण मृत्यु दर में इजाफा देखें। गुजरात को लेकर पत्र में कहा गया है कि अहमदाबाद, राजकोट और सूरत जिलों ने पिछले दो हफ्तों में मामलों में अचानक  वृद्धि दर्ज की गई है। झारखंड के रांची, कर्नाटक के बेंगलुरु अर्बन, हरियाणा के गुड़गांव, तमिलनाडु के चेन्नई, महाराष्ट्र के मुंबई, मुंबई उपनगरीय, पुणे, ठाणे और नागपुर और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी पिछले दो हफ्तों में मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है।

मंत्रालय ने इस प्रकार इन राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को परीक्षण बढाने जैसे तत्काल उपाय करने और पाजिटिव लोगों की कांटैक्ट ट्रेसिंग करने और संक्रमित पाए गए लोगों को क्वारंटाइन और आइसोलेट करने की सलाह दी है। इसके अलावा मौजूदा एसओपीएस के अनुसार कंटेनमेंट जोन और बफर जोन बनाने, अस्पताल स्तर की तैयारियों को मजबूत करने की भी सलाह दी गई है।

देश में ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पिछले 33 दिनों बाद देश में फिर से 10 हजार से ज्यादा मामले रिपोर्ट होने शुरू हुए हैं। देश में पिछले सप्ताह औसतन आठ हजार से अधिक मामले प्रति दिन दर्ज किए गए। कुल मिलाकर मामले की पाजिटिविटी रेट 0.92 फीसद है। 26 दिसंबर के बाद से देश में रोजाना 10 हजार मामले सामने आ रहे हैं।

मामलों में तेज वृद्धि को देखते हुए कड़े एहतियात बरतने की जरूरत है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्रालय की डेली ब्रीफिंग में दी। उन्होंने आगे बताया कि महाराष्ट्र और केरल में 10,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं। केरल में 21हजार 145 और महाराष्ट्र में 17 हजार 573 एक्टिव केस हैं।

लव अग्रवाल ने आगे जानकारी दी कि महाराष्ट्र में 9 दिसंबर के हफ्ते में पाजिटिविटी 0.76 फीसद थी, वो एक महीने में बढ़कर लगभग 2.59 फीसद हो गई है। पश्चिम बंगाल में भी 1.61 फीसद केस पाजिटिविटी अब बढ़कर लगभग 3.1फीसद हो गई है।मिजोरम के 6 जिलों, अरुणाचल प्रदेश के एक जिले, पश्चिम बंगाल के कोलकाता सहित 8 जिलों में 10 फीसद से अधिक की विकली पाजिटिविटी रेट नोट की जा रही है। 14 जिलों में साप्ताहिक मामले की पाजिटिविटी रेट 5-10 फीसद के बीच है।

लव अग्रवाल ने जानकारी दी कि देश में अबतक ओमिक्रोन वैरिएंट के 961 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से 320 मरीज ठीक हो गए हैं। पूरी दुनिया में 121 देशों में एक महीने में ओमिक्रोन के 3,30,000 से ज़्यादा मामले और कुल 59 मौतें रिपोर्ट की गई हैं।  दक्षिण अफ्रीका में मामलों में बढ़ोतरी के बाद अब फिर से कमी दर्ज़ की जा रही है। कोरोना टीकाकरण को लेकर उन्होंने कहा कि भारत में लगभग 90 फीसद वयस्क आबादी को पहली खुराक दी जा चुकी है।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव ने कहा कि टीकाकरण से पहले और बाद में मास्क का उपयोग जरूरी है और सामूहिक समारोहों से बचना चाहिए। कोरोना वायरस के पहले और वर्तमान के स्ट्रेन के लिए उपचार दिशानिर्देश समान हैं। होम आइसोलेशन एक महत्वपूर्ण है। कोरोना सभी टीके, चाहे वे भारत, इजरायल, अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन या चीन के हों, मुख्य रूप से रोग-संशोधित होते हैं। वे संक्रमण को नहीं रोकते हैं। प्रीकाशनरी डोज मुख्य रूप से संक्रमण, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु की गंभीरता को कम करने के लिए है।

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