गर्मियों की मार: हीट वेव से बचाव जरूरी, जानिए लू लगने के लक्षण और उपाय
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क
हर साल गर्मियों में जैसे ही तापमान बढ़ता है, वैसे ही हीट वेव यानी लू का खतरा भी मंडराने लगता है। यह तेज गर्म हवाएं कई बार जानलेवा साबित हो सकती हैं। डॉक्टरों और विशेषज्ञों की मानें तो जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, वे हीट वेव को झेल लेते हैं, लेकिन कमजोर लोगों को यह गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।
विशेषज्ञों ने बताया कि लू लगने के प्राथमिक लक्षणों को समय पर पहचानना और इलाज करवाना बेहद जरूरी है। सिर में दर्द, कमजोरी, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। ऐसे में यदि किसी को अचानक तेज बुखार हो जाए और शरीर में गर्मी बढ़ने के बावजूद पसीना न आए, तो यह साफ संकेत हो सकता है कि व्यक्ति लू की चपेट में आ गया है।
ध्यान देने वाली बात यह है कि दोपहर 12 से 4 बजे के बीच धूप में रहने वाले लोगों को सबसे अधिक खतरा होता है। खासतौर पर अगर वे खुद को पर्याप्त पानी नहीं पिलाते या खाली पेट रहते हैं।
कैसे करें बचाव?
लू से बचने के लिए कुछ आसान पर जरूरी उपाय अपनाने चाहिए। तेज धूप में घर से बाहर न निकलें और अगर जाना जरूरी हो तो पूरी बाजू के सूती कपड़े पहनें। घर से निकलने से पहले हल्का और संतुलित आहार जरूर लें। खुद को हाइड्रेट रखें और बीच-बीच में पानी या नींबू पानी पीते रहें।
यदि किसी को लू लग जाए तो उसे तुरंत छांव या ठंडी जगह पर ले जाएं। ठंडे पानी की पट्टियों से शरीर का तापमान कम करने की कोशिश करें और जरूरत पड़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हर साल सैकड़ों लोगों की जान लेने वाली लू से बचाव ही सबसे बेहतर उपाय है। इसलिए सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।