मोतिहारी रजिस्ट्रार के तीन ठिकानों पर निगरानी का छापा.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
निगरानी ब्यूरो की विशेष टीम ने आय से अधिक संपत्ति मामले में मोतिहारी में तैनात जिला अवर निबंधक बृज बिहारी शरण के ठिकानों पर छापेमारी की. पटना और मोतिहारी में दो-दो ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गयी. शहर के फुलवारीशरीफ थाना के पूर्णेंदुनगर मोहल्ला में मौजूद उनके आलीशान मकान, गर्दनीबाग थाना के विशणुपुरी मोहल्ला में मकान का निर्माण अंतिम चरण के अलावा मोतिहारी के सरकारी आवास एवं कार्यालय में एक साथ छापेमारी की गयी.
छापेमारी के दौरान पूर्णेंदु नगर मोहल्ला में मौजूद आलीशान घर से करीब 11 लाख रुपये कैश के अलावा दो किलो से अधिक सोने-चांदी के जेवरात और सात बैंक खातों में जमा 82 लाख रुपये बरामद हुए हैं. जेवरातों की कीमत करीब 24 लाख 30 हजार रुपये आंकी जा रही है. इसके अलावा 14 पॉलिसी के कागजात भी मिले हैं, जिनकी कीमत भी लाखों में है. कई स्थानों पर जमीन और फ्लैट से जुड़े 11 कागजात भी मिले हैं, जिनकी कीमत भी करोड़ों में है.
फिलहाल इन कागजातों की जांच चल रही है, जिसके बाद ही इनकी सही कीमत का पता चल सकेगा. घर में लगी दो छोटी गाड़ी मारुति की बैलिनो एवं सैलेरियो तथा दो बड़ी गाड़ी भी मिली है. छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में निवेश से जुड़े कई कागजात भी मिले हैं, जिनकी फिलहाल जांच चल रही है. पटना के एसके पुरी मोहल्ले में मौजूद एसबीआई बैंक की शाखा में एक लॉकर भी मिला है, जिसे फिलहाल फ्रीज कर दिया गया है.
आय से अधिक संपत्ति के मामले में विशेष निगरानी विभाग की टीम ने शुक्रवार को जिला अवर निबंधक बृज बिहारी शरण के मोतिहारी स्थित कार्यालय व आवास पर छापेमारी की। छापेमारी में उनके आवास से 50 हजार रुपये नकद व पटना के फुलवारीशरीफ स्थित जमीन के कागजात मिले है।
टीम में शामिल डीएसपी मो. खुर्शीद आलम ने बताया कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में जिला अवर निबंधक के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में केस दर्ज था। इसी को लेकर छापेमारी की गयी है। छापेमारी पटना के दो स्थानों फुलवारीशरीफ व अनीसाबाद में भी चल रही है। उन्होंने बताया कि छापेमारी में बहुत सारे बैंक डिटेल व निवेश के कागजात मिले हैं।
पटना में उनका एक लॉकर होने की भी जानकारी मिली है। उनके अनुसार अभी जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही पूरी राशि का सही आकलन हो पाएगा। मोतिहारी से पहले अवर निबंधक बृजबिहारी शेखपुरा में थे। वहां वर्ष 2018 में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। उनपर पांच करोड़ 96 लाख के सरकारी राजस्व का चूना लगाने का आरोप है।
सुबह दस बजे निगरानी की टीम निबंधन कार्यालय में पहुंच गयी थी। अवर निबंधक को कब्जे में लेकर वहां के सभी कर्मचारियों से पहले पूछताछ की। करीब आधा घंटे तक अवर निबंधक से पूछताछ के बाद उनको अपने साथ बोलेरो में बैठाकर गांधी मैदान के मजुराहां छोड़ पर स्थित आवास पर ले गए। चहारदीवारी के मेन गेट को लॉक कर दिया गया। एक घंटे बाद निगरानी डीएसपी पांच मिनट के लिए मीडिया से मुखातिब हुये।
उसके बाद शाम तक उनसे पूछताछ हुई। टीम अपने साथ अवर निबंधक को नहीं ले गयी है। बैंक लॉकर की चाबी जिला अवर निबंधक के पास ही है, जिसे लॉक करा दिया गया है। एक-दो दिन के बाद वे पटना जायेंगे, जहां निगरानी विभाग की टीम के सामने लॉकर खोला जाएगा। टीम में निगरानी के डीएसपी नीलाभ कृष्णा, इंस्पेक्टर जहांगीर अंसारी, कृष्णा बिहारी, अनिल कुमार, एसआई अविनाश कुमार, आशीष कुमार आदि थे।
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