क्यों इतिहास बन गई सीवान के गांधी मैदान की श्रीराम कथा?

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सीवान के स्थापना के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में पूज्य राजन जी के श्रीमुख से आयोजित श्रीराम कथा बन गई अविस्मरणीय

✍️गणेश दत्त पाठक

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

सीवान जिले के स्थापना के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में सनातन संस्कृति न्यास, सीवान द्वारा आयोजित पूज्य राजन जी महाराज के श्रीमुख से ऐतिहासिक गांधी मैदान में 2 मई, से 10 मई,2023 तक आयोजित संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा ने इतिहास कायम कर दिया है। सीवान जिले में सकारात्मकता, समरसता और संचेतना के प्रसार में इस आयोजन ने एक बड़ी भूमिका निभाई है। जिसके लिए इस आयोजन को युगों युगों तक याद रखा जाएगा।

1.सीवान की जनता का अद्वितीय सहयोग

पूज्य राजन जी महाराज के श्रीमुख से कथा श्रवण के लिए नौ दिनों तक भारी संख्या में आम जनता पहुंचीं। तकरीबन दस हजार लोग प्रतिदिन कथा श्रवण के लिए पहुंचे। कई बार तो स्थिति ऐसी बनी कि आयोजकों को गांधी मैदान का पांडाल भी छोटा लगने लगा। इसके अलावा यूट्यूब पर भी लाखों लोगों ने कथा श्रवण किया। सीवान के लोग जो देश के अन्य हिस्सों या विदेशों में निवासरत रहे हैं उन्होंने भी यू ट्यूब पर कथा को सुना। सनातन संस्कृति न्यास के संरक्षक प्रोफेसर अशोक प्रियम्वद ने बताया कि सीवान की जनता का कथा सुनने इस कदर आना सीवान के सांस्कृतिक संचेतना के उच्च स्तर का प्रमाण है।

2.अनुशासन का रखा गया ख्याल

गांधी मैदान में आयोजित पूज्य राजन जी महाराज के श्रीमुख से कथा श्रवण के लिए यद्यपि हजारों लोग पहुंचते रहे लेकिन सर्वत्र अनुशासन और मर्यादा का ख्याल रखा गया। यद्यपि सह स्वागता ध्यक्ष डॉक्टर राजन कल्याण सिंह के नेतृत्व में स्वयसेवकों की टीम, रानी लक्ष्मीबाई स्पोर्ट अकादमी के कैडेट्स और स्काउट एंड गाइड के कैडेट्स, एनसीसी के कैडेट्स लगे रहे थे। लेकिन नौ दिनों की कथा में कहीं विवाद उत्पन्न नहीं हुआ। पांडाल में आए श्रद्धालुजनों ने सहर्ष एक एक निर्देश का पालन किया। परिणाम रहा कि भारी संख्या में श्रद्धालुजनों ने कथा का श्रवण किया और कोई अव्यवस्था उत्पन्न नहीं हुई। पुरुष दीर्घा में पुरुष, महिला दीर्घा में महिलाएं और यजमान दीर्घा में यजमान ही बैठे। श्री राम कथा आयोजन समिति के उपाध्यक्ष श्री रूपेश कुमार ने बताया कि आयोजन के दौरान कायम रहा अनुशासन अभिभूत कर गया।

3.विशुद्ध गैर राजनीतिक कलेवर

गांधी मैदान में आयोजित श्रीराम कथा विशुद्ध गैर राजनीतिक कलेवर का रहा। इसमें सभी दलों के नेताओं ने सहर्ष भागीदारी निभाई। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष सह राजद नेता श्री अवध बिहारी चौधरी ने कथा का उद्घाटन किया तो जेडीयू नेता अजय सिंह, सांसद कविता सिंह, सांसद जनार्दन सिग्रीवाल, पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विधायक कर्णजीत सिंह व्यास, देवेशकांत सिंह, जेडीयू नेता चंद्रकेतु सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय पांडेय, उपाध्यक्ष राहुल तिवारी, पूर्व एमएलसी मनोज सिंह भी कथा श्रवण करने पहुंचे तो समाज सेवी जीवन यादव ने श्री राम कथा के विश्राम सत्र के दिन महाभंडारा का आयोजन करवाया।

4.आयोजक रहे शहर के प्रबुद्धजन

गांधी मैदान में आयोजित कथा के आयोजक समाज के ऐसे प्रबुद्धजन रहे जिनके पास समय की बेहद कमी होती है। शहर के विख्यात चिकित्सकों, प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, प्रख्यात उद्यमियों, विशिष्ठ व्यापारियों, समाजसेवी लोग आयोजन समिति में शामिल रहे। हर काम योजनाबद्ध तरीके से किया गया। सभी आयोजक सदैव व्यस्त रहनेवाले थे फिर भी सभी ने समय निकाला और सुव्यवस्थित और सुनियोजित तरीके से काम किया गया। जिससे आयोजन बेहद सफल रहा। श्री राम कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉक्टर रामेश्वर कुमार ने बताया कि आयोजन इतना बड़ा स्वरूप अख्तियार कर लेगा इसकी आशा नहीं थी। लेकिन समिति के सदस्यों के सहयोग से एक सफल आयोजन बन गया। पूज्य राजन जी महाराज ने भी कथा वाचन के दौरान श्री राम कथा आयोजन समिति के सदस्यों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि समिति का हर सदस्य यह बोलता है कि में कुछ नहीं कर रहा हूं दूसरे सदस्य कर रहे हैं। ऐसी टीम भावना कम ही जगहों पर दिखाई देती है।

5.सभी का सहयोग हुआ प्राप्त

सीवान जिले के सभी लोगों ने इस आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई। सभी ने श्रीराम कथा को सफल बनाने के लिए तन, मन, धन से सहयोग किया। प्रखंडों में भी बैठक कर लोगों को श्रीराम कथा में आने का निमंत्रण दिया गया। कथा सुनने आए श्रद्धालुजनों ने वाहन पार्किंग आदि के संदर्भ में आयोजकों के निर्देश का शत प्रतिशत पालन किया। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी भी विधि व्यवस्था के संधारण में जुटे रहे।

6.मीडिया का शानदार सहयोग

पूरे नौ दिनों तक चली कथा का सीवान की मीडिया विशेषकर अखबारों ने शानदार कवरेज दिया। पूज्य राजन जी महाराज के कथा वाचन के दौरान बताए जा रहे आम आदमी से जुड़े संदेशों का मीडिया ने अच्छा कवरेज दिया। इससे सीवान में सकारात्मकता, समरसता, संचेतना के प्रसार हुआ। संयोजक नंद कुमार द्विवेदी और प्रवक्ता श्री राजेश पांडेय ने बताया कि सीवान की मीडिया का शानदार सहयोग अभिभूत कर गया।

 

7.जब टूट गई मजहब की दीवारें भी..

गांधी मैदान में आयोजित श्री राम कथा के दौरान मजहब की दीवारें भी टूटती दिखीं। कथा श्रवण करने पहुंचीं राजद नेत्री हिना शहाब, कांग्रेस नेता डॉक्टर के एहतेशाम अहमद, डॉक्टर असगर अली, इरशाद अली सहित कई मुस्लिम धर्मावलंबी भी कथा श्रवण के लिए पहुंचे। डॉक्टर के एहतेशाम अहमद तो श्री राम कथा आयोजन समिति के सदस्य भी रहे। श्री राम कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉक्टर रामेश्वर कुमार ने बताया कि सीवान की समेकित संस्कृति शानदार रही है। हम जितने उत्साह से होली मिलन में शामिल होते हैं उतने ही उत्साह से ईद मिलन में। श्री राम कथा में पहुंचे मुस्लिम धर्मावलंबियों ने भी सद्भाव का संदेश दिया और बताया कि हर धर्म के लिए सबसे बड़ी चीज मानवता ही होती है। सीवान के सांस्कृतिक समेकन के कलेवर को उद्घाटित करने में श्रीराम कथा बेहद सफल रही।

8.शहर में पहली बार लगा जर्मन हैंगर

पूज्य राजन जी महाराज के श्री मुख से कथा श्रवण करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं इसे देखते हुए श्रद्धालुजनों के सुविधा के लिए विशाल जर्मन हैंगर वाला पांडाल लगाया गया था। साथ ही, श्रद्धालुजनों के लिए बैठने के लिए गद्दे की व्यवस्था भी की गई थी। वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और अस्वस्थ लोगों के बैठने के लिए कुर्सियों और सोफे की व्यवस्था भी रखी गई थी। अच्छी गुणवत्ता वाले साउंड सिस्टम की व्यवस्था भी थी जिससे श्रद्धालुजन अच्छे से पूज्य राजन जी के प्रवचन को सुन सकें। श्रीराम कथा आयोजन समिति के महामंत्री डॉक्टर राकेश तिवारी ने बताया कि हमने श्रद्धालुजनों की सुविधा का खास ध्यान रखा था।

9.गांधी मैदान की रही ऐतिहासिक प्रतिष्ठा

सीवान के हृदय स्थल गांधी मैदान की विशिष्ठ प्रतिष्ठा रही है। इस ऐतिहासिक गांधी मैदान में चारों शंकराचार्य सहित करपात्री महाराज और पराशर जी जैसे महान व्यक्तित्व प्रवचन सुना चुके हैं। इसी क्रम में विश्वविख्यात कथावाचक पूज्य राजन जी द्वारा संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन भी श्रद्धालुजनों के लिए अविस्मरणीय संस्मरण बन गया। स्वागाताध्यक्ष डॉक्टर शरद चौधरी ने बताया कि सीवान के गांधी मैदान में आयोजित कथा श्रवण करने के लिए अमेरिका, लंदन, अन्य प्रदेशों और बिहार के अन्य जिलों से भी श्रद्धालुजन आए थे। ऐसा शायद सीवान में पहली बार हुआ है।

10.सीवान के स्थापना के समय मौजूद रहे हैं समिति के दो सदस्य

सीवान जिले की स्थापना जब 3 दिसंबर 1972 को हुई थी तो उस समय गांधी मैदान में बिस्मिल्लाह खान का शहनाई वादन हुआ था। उस समय श्री राम कथा आयोजन समिति के तीन वरिष्ठ सदस्यों ने सहभागिता निभाई थी। समिति के कोषाध्यक्ष श्री प्रेमशंकर सिंह, रंगनाथ उपाध्याय और विजय जादूगर सीवान की स्थापना के समय बालक थे। सीवान के स्थापना के स्वर्ण जयंती पर हुए श्री राम कथा में भी इनकी महत्वपूर्ण भागीदारी रही। 70 वर्ष के उम्र के बावजूद इन लोगों ने आयोजन की सफलता के लिए कठोर परिश्रम किया।

11.समन्वय का शानदार उदाहरण

गांधी मैदान में आयोजित श्री राम कथा बेहतर समन्वय का शानदार उदाहरण बन गया। प्रशासन के साथ बेहतर समन्वय बनाया गया। सीवान के पुलिस अधीक्षक श्री शैलेश कुमार सिन्हा, एडीएम सुजीत कुमार, एसडीएम श्री राम बाबू बैठा, जिला अवर निबंधक श्री तारकेश्वर पांडेय जैसे वरिष्ठ अधिकारी कथा श्रवण के लिए भी पहुंचे। पुलिस, अग्निशमन विभाग और नगर परिषद् के साथ भी बेहतर समन्वय आयोजन समिति ने बनाया था। सह स्वागताध्यक्ष डॉक्टर राम इकबाल गुप्ता ने बताया कि समिति ने समन्वय पर विशेष ध्यान रखा।

कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि सीवान के स्थापना के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में गांधी मैदान में आयोजित पूज्य राजन जी महाराज के श्रीमुख से आयोजित श्रीराम कथा ने जिले में सकारात्मकता, समरसता और संचेतना की बयार बहाकर एक अनुपम उदाहरण पेश किया है। यह आयोजन सदियों तक सीवान के सांस्कृतिक आयाम को सुसज्जित करता रहेगा।

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