बिहार में सीवान नगर स्थित शुक्ल टोली हनुमान मंदिर के संस्थापक स्वामी गणेश दत्त शुक्ल नहीं रहे.
अंतराष्ट्रीय मानस प्रवचनकर्ता स्वामी गणेश दत्त शुक्ल का हुआ निधन
सीवान में धार्मिक गतिविधियों और सनातन संस्कृति को अपूर्णीय क्षति हुई है
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सीवान नगर के शुक्ल टोली हनुमान मंदिर के संस्थापक व अंतराष्ट्रीय मानस प्रवचनकर्ता स्वामी गणेश दत्त शुक्ल का निधन शनिवार की देर शाम लखनऊ आशियाना स्थित आवास पर हो गया। परिजनों के अनुसार, स्वामी जी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। दिवंगत स्वामी जी अपने पीछे पत्नी चंपा शुक्ला, पुत्र पार्थ, पुत्री प्रिया, नेहा, पोता, नाती, नतिनी समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
सीवान शहर के रेनूआ स्थित श्मशान घाट पर विधि विधान से वैदिक मंत्रोचार के बीच अंतराष्ट्रीय मानस प्रवचनकर्ता स्वामी गणेश दत्त शुक्ल का अंतिम संस्कार रविवार की शाम कर दिया गया। इकलौते पुत्र पार्थ शुक्ला ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान घाट पर मौजूद सभी के आंखों से झर झर आंसू बह रहे थे।
इधर, स्वामी जी के निधन की खबर लगते ही परिजनों समेत हनुमत भक्तो में शोक की लहर दौड़ पड़ी। लखनऊ से सड़क मार्ग से स्वामी जी का शव रविवार को सुबह 11 बजे उनके पैतृक आवास शुक्ल टोली अवध निवास पहुंचा। दिवंगत का शव पहुंचते ही परिजनों में चीख पुकार मच गई। हनुमत भक्त समेत आमजनों के दर्शन के लिए स्वामी जी के शव को शुक्ल टोली हनुमान मंदिर परिसर में रखा गया,
जहा मृत आत्मा के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ने लगे। साउथ अफ्रीका, मॉरीशस, इंग्लैंड समेत विश्व के अन्य देशों में अंतराष्ट्रीय मंच से लोगों को संगीतमय श्रीराम कथा सुनाने वाले स्वामी गणेश दत्त शुक्ल को पुराने हनुमान मंदिर में सुंदरकांड के पाठ के दौरान हनुमान जी ने दर्शन देकर जीवन पर्यंत श्रीराम कथा का प्रचार प्रसार पूरी दुनिया में करने का आशीर्वाद प्राप्त था।
इसी धार्मिक अभियान के सिलसिले में स्वामी गणेश दत्त शुक्ल के बुलावे पर वर्ष 2007 में सीवान के शुक्ल टोली स्थित हनुमान मंदिर में स्वामी जी के शिष्य और मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन राम गुलाम और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हनुमान मंदिर पहुंचे थे। देश दुनिया में श्रीराम कथा के प्रचार अभियान में जुटे स्वामी जी ने शुक्ल टोली में भव्य हनुमान मंदिर का निर्माण और मंदिर के गर्भ गृह में सिंगल मकराना पत्थर से अपने आराध्य बजरंग बली की विशाल प्रतिमा स्थापित कर प्रत्येक वर्ष माघ के अंतिम मंगलवार को वार्षिकोत्सव आयोजित करते रहे। उनके निधन से सीवान में धार्मिक गतिविधियों और सनातन संस्कृति को अपूर्णीय क्षति हुई है, उसकी भरपाई बड़ी मुश्किल दिखती है।
स्वामी जी के शुक्ल टोली आवास पहुंचकर मृत आत्मा को श्रदा सुमन अर्पित करने वालों में भगिना प्रदीप पांडेय, बिहार विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष व सीवान लोकसभा प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी, सीवान लोकसभा की निर्दलीय प्रत्याशी हिना शहाब, लीलावती गिरि, जिसू सिंह, प्रिंस उपाध्याय, जीवन यादव, मुकेश कुमार बंटी, डॉ. अमित कुमार,
राजन तिवारी, देवेंद्र गुप्ता, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रेम कुमार सिंह, अधिवक्ता रामेश्वर सिंह, गणेश राम, रजनी रंजन त्रिवेदी, राजू मिश्रा, मजोज सिंह, जन सुराज जिलाध्यक्ष इंतखाब अहमद, वार्ड पार्षद अमित कुमार, पवन जैन, आनंद कुमार जायसवाल समेत सैकड़ों महिला, पुरुष, बच्चे आदि शामिल थे।
- यह भी पढ़े……….
- चुनाव आयोग को लेना होगा संज्ञान-राज्यपाल
- बुलंद व्यक्तित्व के थे डॉक्टर त्रिभुवन नारायण सिंह
- तीन कानूनों से खुश हुए CJI चंद्रचूड़