पच्चास साल बाद होने वाली परिसीमन को लेकर चिंताएँ : डा. सत्यवान सौरभ

पच्चास साल बाद होने वाली परिसीमन को लेकर चिंताएँ : डा. सत्यवान सौरभ श्रीनारद मीडिया, वैध पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा राजकोषीय संघवाद और संस्थागत ढांचे को मज़बूत करके, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि राजनीतिक निष्पक्षता जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के साथ मिलीजुली हो, जिससे एक सुसंगत और एकजुट भारत को बढ़ावा मिले। लोकसभा सीटों की…

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