कला के मर्मज्ञ: कमल किशोर प्रसाद।
कला के मर्मज्ञ: कमल किशोर प्रसाद। कला से मेरा भावपूर्ण लगाव है-कमल किशोर प्रसाद श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क “साहित्य संगीत कला विहीन: साक्षात पशु: पुच्छ विषाण हीन:।” साहित्य संगीत और कल से विहीन मनुष्य साक्षात नाखून और सिंघ रहित पशु के समान है। जी हां कला से ही संस्कृति का ज्ञान होता है। कला कई…