रजस्वला को लेकर नहीं बदली रूढ़िवादी मान्यताएं,क्यों?
रजस्वला को लेकर नहीं बदली रूढ़िवादी मान्यताएं,क्यों? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क यह वो दौर है जहां मांओं के साथ पिता भी अपनी बेटियों को रजस्वला(माहवारी के दौरान की अवस्था) के लिए पहले से ही तैयार कर देते हैं। अब टीवी पर सैनिटरी पैड के विज्ञापन देखकर कोई चैनल नहीं बदलता। लड़कियां माहवारी के दौरान हर…