भारत में दिव्यांगों के लिये संवैधानिक ढाँचा और उनके सशक्तिकरण के लिये पहल

भारत में दिव्यांगों के लिये संवैधानिक ढाँचा और उनके सशक्तिकरण के लिये पहल श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क   विशेषशक्तता या दिव्यांगता (Disability) तब उत्पन्न होती है जब दिव्यांगजनों को व्यावहारिक और पर्यावरणीय दोनों तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ता है, जो उन्हें समाज में पूर्ण एवं न्यायसंगत भागीदारी से अवरुद्ध करता है। दिव्यांगता पर परिप्रेक्ष्य का विकास एक…

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