सूप बजा कर घरों से खेदा जायेगा दलिदर
सूप बजा कर घरों से खेदा जायेगा दलिदर सुपवा बाजी दलीदर भागी श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क हमारा देश कृषिप्रधान देश है, अतीत में तो पूर्णरूपेण रहा है। हमारे अनेक त्योहार और परंपराएं कृषि आधारित हैं।उन्हीं में से एक परंपरा है दलीदर खेदना (दरिद्रता भगाना)। खेतों से खलिहानों में आकर फसलों में से जब अनाज निकल…