क्या राजनीति में अब सिद्धांत और जुनून मायने नहीं रखते-शशि थरूर.

क्या राजनीति में अब सिद्धांत और जुनून मायने नहीं रखते-शशि थरूर. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क जितिन प्रसाद का भाजपा से जुड़ने का फैसला, वह भी उनके ‘बड़े भाई’ ज्योतिरादित्य सिंधिया के ऐसा ही करने के एक साल बाद, बहुत निराशाजनक है। मैं बिना किसी व्यक्तिगत कड़वाहट के ऐसा कह रहा हूं। दोनों मेरे मित्र थे।…

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