भारत में विवाह का अर्थ-तंत्र
भारत में विवाह का अर्थ-तंत्र श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारत मैं विवाह व्यक्तिगत नहीं होते सामाजिक होते हैं। और किसी भी विवाह से जो लाभ होता है आर्थिक लाभ विशेष कर वह परिवार को नहीं होता है समाज को होता है। जैसे कि हम गांव में विवाह करते हैं तो उसमें टेंट हाउस, भोजन बनाने…