डॉ. मुखर्जी के लिए राजनीति राष्ट्र की सेवा का साधन थी-प्रो. संजय द्विवेदी.
डॉ. मुखर्जी के लिए राजनीति राष्ट्र की सेवा का साधन थी-प्रो. संजय द्विवेदी. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भूमि, जन तथा संस्कृति के समन्वय से राष्ट्र बनता है। संस्कृति राष्ट्र का शरीर, चिति उसकी आत्मा तथा विराट उसका प्राण है। भारत एक राष्ट्र है और वर्तमान समय में एक शक्तिशाली भारत के रूप में उभर रहा…