हिंदी हमारे जीवन में प्रत्येक क्षण की साक्षी है।
हिंदी हमारे जीवन में प्रत्येक क्षण की साक्षी है। हिंदी मन की भाषा है,संवाद का साहित्य है। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क हिंदी हमारे जीवन के क्षण प्रति क्षण में समाहित है। हिंदी के खड़ी बोली में लेखन सन 1900 से प्रारंभ होती है, लेकिन इससे पहले 1872 में भारतेंदु युग (1850-1900) से ही गद्य लेखन…