मानव मन की संभावनाएं हैं अनंत, अपार और अज्ञात.
मानव मन की संभावनाएं हैं अनंत, अपार और अज्ञात. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क शास्त्रों व ऋषियों ने माना, मानव मन-मस्तिष्क की संभावनाएं अनंत, अपार व अज्ञात हैं। हर परिस्थिति में वह ढल जाता है। 19 वर्ष बाद वियना (ऑस्ट्रिया) की दूसरी यात्रा थी। 2020 (जनवरी) के बाद पहली विदेश यात्रा। प्रो. हरारी की बात कि कोविड-19…