प्रभु हम तेरे द्वार पर, खड़े मांगते भीख…
प्रभु हम तेरे द्वार पर, खड़े मांगते भीख… श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क राम के दर्शन से भाव विभोर अहल्या उन्हें देख रही हैं. वे अपने उदार गैरिक वसन से अहल्या के भस्माच्छादित शरीर से धूल पोंछ रहे हैं. अहल्या सोचती हैं कि ऐ स्पर्श! तेरे कितने रूप हैं- कितने आकर्षण हैं! उनके समक्ष इंद्र की…