
महाकुंभ हमारी संस्कृति की मीमांसा है
महाकुंभ हमारी संस्कृति की मीमांसा है श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क जीवन की सबसे स्नेहिल स्मृतियों में बाबा मेरी उंगली पकड़े दिखते हैं। पहली बार उनकी उंगली थामे गाँव के स्कूल जाना! पहली बार उनकी उंगली थाम कर बाजार जाना। पहली बात उनकी ही उंगली थाम कर मेला जाना। पहली लग्जरी ( क्रिकेट बैट, फुटबॉल, बैडमिंटन)…