मर्यादा में रहकर बात करना सीखने की जरूरत,क्यों?
मर्यादा में रहकर बात करना सीखने की जरूरत,क्यों? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारत में आस्थाओं पर स्वस्थ संवाद की परंपरा बहुत पुरानी और सम्मान्य रही है। ईसा से पांच सौ वर्ष पूर्व बौद्ध और जैन धर्मों के निरीश्वरवादी आचार्य सदियों से चले आ रहे ईश्वरवाद और उससे जुड़े दर्शनों को अपने प्रखर तर्कों से चुनौती…