“जय”, “श्री” और “राम” सबके हैं, किसी की जागीर नहीं”-पुष्पम प्रिया
“जय”, “श्री” और “राम” सबके हैं, किसी की जागीर नहीं”-पुष्पम प्रिया श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क आज ये लिखते हुए मेरे चेहरे पर एक मुस्कुराहट है। आज़ादी की, गर्व की और धर्म की मुस्कुराहट। आज़ादी इसलिए क्योंकि आज के भारत में ख़ासकर राजनीति में राम का नाम लेने का मतलब बस ये है कि पहला आप…