न कुछ जोड़ा जाए न हीं कुछ छोड़ा जाए यह अनुवाद का मर्म है.
न कुछ जोड़ा जाए न हीं कुछ छोड़ा जाए यह अनुवाद का मर्म है. अंतरराष्ट्रीय अनुवाद दिवस पर विशेष. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क किसी एक भाषा को खो देना बहुत बड़ा नुकसान होता है क्योंकि भाषा में केवल शब्दों का ही नहीं बल्कि संस्कृतियों का समावेशन होता है। किसी एक भाषा के लुप्त हो जाने से एक…