रेणु-साहित्य के आलोकन, अवलोकन, आलोचना से जुड़ना आवश्यक है।-प्रो.संजीव कुमार शर्मा.
रेणु-साहित्य के आलोकन, अवलोकन, आलोचना से जुड़ना आवश्यक है।-प्रो.संजीव कुमार शर्मा. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क हिंदी विभाग, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के तत्वावधान में ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत ‘फणीश्वरनाथ रेणु के साहित्य में गाँव’ विषयक राष्ट्रीय परिसंवाद कार्यक्रम का आयोजन आभासीय मंच के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता…