पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने स्वदेशी और विकेंद्रीकरण की वकालत की थी.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने स्वदेशी और विकेंद्रीकरण की वकालत की थी. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क “जिस समाज और धर्म की रक्षा के लिए राम ने वनवास सहा, कृष्ण ने अनेक कष्ट उठाये, राणा प्रताप जंगल-जंगल फिरे, शिवाजी ने सर्वस्व अर्पण कर दिया, गुरु गोविंद के बच्चे जीते जी किले की दीवारों में चुने गये, क्या…