“स्त्री मनुष्य होने के लिए दुनिया से निरंतर टकरा रही है।”-प्रो.चंद्रकला त्रिपाठी,वरिष्ठ साहित्यकार
“स्त्री मनुष्य होने के लिए दुनिया से निरंतर टकरा रही है।”-प्रो.चंद्रकला त्रिपाठी,वरिष्ठ साहित्यकार श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर साहित्य,कला एवं संस्कृति के समृद्ध मंच ‘कस्तूरी’ के तत्वावधान में परिचर्चा का आयोजन किया गया। ‘स्त्री प्रतिरोध स्वर: संदर्भ हिन्दी सिनेमा’ विषयक परिचर्चा में प्रो.चंद्रकला त्रिपाठी(वरिष्ठ साहित्यकार), डॉ. सरिता तिवारी(शिक्षाविद), डॉ. आरती…