स्वविवेक और बदलाव से सशक्त होता समाज,कैसे?
स्वविवेक और बदलाव से सशक्त होता समाज,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क किसी राष्ट्र की सफलता और समृद्धि में समरसता, सद्भाव और स्वविवेक के प्रयोग की प्रवृत्ति वाले समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जब स्वतंत्रता मिली तो हम पुरातन सोच, रूढ़िवादिता में किसी हद तक जकड़े थे, लेकिन बीते सात दशक से अधिक के समय…