पुस्तक ‘फेर ना भेटाई ऊ पचरूखिया’ 1960-70 के दशक का दस्तावेज है
पुस्तक ‘फेर ना भेटाई ऊ पचरूखिया’ 1960-70 के दशक का दस्तावेज है सीवान के 50वीं वर्षगांठ पर लेखक डॉ रंजन विकास की अनुपम भेंट श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क सीवान एक से बढ़कर एक विद्वानों से भरा पड़ा है। इन्हीं में से एक है डाॅ रंजन विकास,जिन्होंने अपने आत्म संस्मरण ‘जिनगी परत दर परत’ के अंतर्गत…