जीवन मूल्यों के क्षरण का दुष्परिणाम हैं समाज में बढ़ रहे हिंसा के मामले.
जीवन मूल्यों के क्षरण का दुष्परिणाम हैं समाज में बढ़ रहे हिंसा के मामले. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क समाज में सदैव किसी न किसी तरह के मूल्य चलन में रहे हैं। इनका उद्देश्य समाज को नियमबद्ध रूप से एक आदर्शात्मक व्यवस्था के रूप में चलाना था। समाज अपनेआप में एक व्यवस्था का नाम है, जहां…