समाज जितना संवेदनशील होगा, उतना ही प्रतिक्रियावादी भी होगा,कैसे?

समाज जितना संवेदनशील होगा, उतना ही प्रतिक्रियावादी भी होगा,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भाषा का समाजशास्त्र दिलचस्प है. समाज की नजर में जो कुछ भी ‘उच्च’ है, वहां से जरा सा भी इधर-उधर होना (विचलन) समाज सहन नहीं करता. इससे पहले कि इस ‘विचलन’ को किसी अन्य शब्द से अभिव्यक्त किया जाये, सीधे-सीधे ‘उच्चता’ की…

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