पीपल पेड़ की अपनी व्यथा।
पीपल पेड़ की अपनी व्यथा। विकास यात्रा में मैं हुआ विस्थापित। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क मैं पीपल का पेड़ हूँ। मेरी आयु के बारे में विद्वानों में मतभेद है, परंतु अगर मेरा रख-रखाव ठीक से हो तो मैं दो हजार वर्ष तक जीवित रह सकता हूँ। इसलिए सनातनियों में मैं पूज्य हूँ। ज्ञात हो कि…