युद्ध से कच्चे तेल की बढ़ती कीमत बिगाड़ रही वैश्विक अर्थव्यवस्था.
युद्ध से कच्चे तेल की बढ़ती कीमत बिगाड़ रही वैश्विक अर्थव्यवस्था. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क मशहूर शायर साहिर लुधियानवी ने कभी लिखा था-‘टैंक आगे बढ़ें कि पीछे हटें/कोख धरती की बांझ होती है, फतह का जश्न हो कि हार का सोग जिंदगी मय्यतों पे रोती है, जंग तो खुद ही एक मसला है/जंग क्या मसलों…