हौसले का दूसरा नाम हेमू कालाणी, बचपन से मिले देशभक्ति के संस्कार.
हौसले का दूसरा नाम हेमू कालाणी, बचपन से मिले देशभक्ति के संस्कार. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क 21 जनवरी, 1943 को वंदे मातरम् का उद्घोष करते हुए स्वतंत्रता सेनानी हेमू कालाणी फांसी के फंदे की ओर बढ़ते हुए कह रहे थे- ‘मुझे गर्व है कि मैं भारतभूमि से ब्रिटिश साम्राज्य समाप्त करने हेतु अपने तुच्छ जीवन…