अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक शब्द ने दिया है बंटवारे का दर्द- आरिफ मोहम्मद खां.
अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक शब्द ने दिया है बंटवारे का दर्द- आरिफ मोहम्मद खां. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारत लोकतांत्रिक देश है। इसका पंथनिरपेक्ष संविधान देश के सभी लोगों को समान भाव से देखता है। ऐसे में देश को दो खांचों में बांटने वाले शब्दों अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक की वर्तमान प्रासंगिकता पर सवाल उठने लगे हैं।…