हिंदी पत्रकारिता के समक्ष भाषायी और बौद्धिक संकट है,कैसे?
हिंदी पत्रकारिता के समक्ष भाषायी और बौद्धिक संकट है,कैसे? श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क समाज जीवन के सभी क्षेत्रों की तरह मीडिया भी इन दिनों सवालों के घेरे में है। उसकी विश्सनीयता, प्रमाणिकता पर उठते हुए सवाल बताते हैं कि कहीं कुछ चूक हो रही है। ऐसे में हमें अपनी उजली विरासत को सहेजने का समय…