सब्र और समर्पण का अनोखा पर्व “छठ पूजा”
सब्र और समर्पण का अनोखा पर्व “छठ पूजा” नारी ही ईश्वर हैं, शक्तिरूपा हैं, सेवा संचयनी है, संस्कृति हैं, सुदृढ़ आकृति हैं, सप्रेम मृग नयनी हैं। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भावनाएं जब अपनी सीमा का अतिक्रमण करने लगती हैं तो शब्द मौन हो जाते हैं।शब्दों की भी एक सामर्थ्य-सीमा होती है।कभी-कभी हु-ब-हू अपनी भावनाओं को…