हम हर हाल में जीतेंगे! जीतकर रहेंगे! कैसे?
हम हर हाल में जीतेंगे! जीतकर रहेंगे! कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क अंधेरे में छिपी, एक रात की खामोशी में, किसी ने नदियों को रोते हुए सुना है क्या? नदियों के किनारे मवेशियों को नहलाना और कपड़े धोना कहां तक ठीक है? कभी सोचा है क्या कि कोई दूसरे किनारे पर अपनी प्यास बुझा रहा…